सरपंच दंपति ही निकले चोर: कर्ज से परेशान होकर रची थी चोरी की झूठी साजिश, गिरफ्तार
बिलासपुर। पुलिस ने चार दिन पहले मस्तुरी के व्यापारी के घर हुई 28 लाख की चोरी की घटना को सुलझा लिया है। इस मामले में आरोपी कोई और नहीं बल्क़ि पीड़ित व्यापारी और उसकी सरपंच पत्नी ही निकली है। दोनों ने इस चोरी की घटना को के चलते अंजाम दिया था। पुलिस ने पति पत्नी को गिरफ्तार कर दोनों के पास से चोरी की गई नगदी और ज्वेलरी बरामद कर ली है। दरअसल मस्तुरी के व्यापारी कमल अग्रवाल निवासी जयराम नगर ने थाना मस्तुरी 5 सितम्बर को घर में चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में व्यापारी ने बताया था कि, 3-4 सितम्बर की रात इनके घर के बेडरूम की आलमारी से चोरों ने 18 लाख नकदी और 10 लाख की ज्वेलरी पार कर दी है। शिकायत के बाद घटना की जानकारी एसपी दीपक कुमार झा को मिलते ही सायबर सेल और पुलिस की विशेष चार टीम का गठन कर जांच के आदेश दिए गए। जांच के दौरान पुलिस ने 50 से अधिक सीसीटीवी फूटेज को खंगाला, लेकिन आरोपियों का कोई पता नहीं चल पाया. इस बीच पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि घटना के दिन ही पीड़ित कमल अग्रवाल ने अपने रिश्तेदार को करीब 19 लाख रूपये दिए थे। इस आधार पर पुलिस ने कमल अग्रवाल और उसकी पत्नी से पूछताछ शुरू की। शुरू में दोनों पुलिस को अलग अलग कहानी बता कर गुमराह करते रहे, लेकिन पुलिस ने जब मनोवैज्ञानिक तरीक़े से पूछताछ की तो दोनों ने खुद के घर चोरी करने की बात कबूल कर ली।
पूछताछ में दोनों ने बताया कि, नौकर सूरज ने 2 दिन पहले ही 16 तोले सोने को जांजगीर में 6 लाख में बेचा था और इस पैसे को उधार चुकाने के उद्देश्य से रिश्तेदार को दे दिए थे l दोनों ने आगे बताया कि, उनपर लाखों की उधारी है और उन पैसों की मांग देनदार हमेसा करते रहते है l देनदारों से दोनों बहुत परेशान थे और इस परेशानी से छुटकारा पाने के लिए खुद के घर में चोरी की योजना बना डाली। दोनों को लगा था कि चोरी की इस घटना के बाद देनदार उन्हें रुपयों के लिए परेशान नहीं करेंगे, लेकिन इससे पहले ही दोनों पुलिस के हाथों धरे गये।