छत्तीसगढ़

देश को स्वाधीन कराने और समाज के नव निर्माण में आदिवासियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण - सीएम भूपेश बघेल

Nilmani Pal
13 Aug 2022 12:29 PM GMT
देश को स्वाधीन कराने और समाज के नव निर्माण में आदिवासियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण - सीएम भूपेश बघेल
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रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि देश को स्वाधीन कराने तथा राष्ट्र व समाज के नवनिर्माण में आदिवासी समाज की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। श्री बघेल ने कहा कि पूरे देश की भांति हमारे छत्तीसगढ़ में भी शहीद गुण्डाधुर, परलकोट के जमींदार शहीद गैंदसिंह नायक, सोनाखान के जमींदार शहीद वीर नारायण सिंह सहित अनेक आदिवासी महापुरूषों एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने अंग्रेजों के खिलाफ क्रांति का शंखनाद कर अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। उन्होंने आदिवासी समाज को शांत, सरल एवं मेहनतकश समाज बताते हुए कहा कि हमारी सरकार आदिवासियों के विकास एवं उनके हितों के संरक्षण के लिए कटिबद्ध है। इस अवसर पर उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को विश्व आदिवासी दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएॅ भी दी।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री बघेल ने ग्राम नारांगाव के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. सुकालू राम कड़ियाम, स्व.बिसाहू राम गायकवाड़, स्व.पीताम्बर मंडावी, स्व.सरजू राम मंडावी सहित चारों स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के स्मृति को चिरस्थायी बनाने हेतु उनके प्रतिमा का निर्माण करने के लिए 20 लाख रूपए तथा शासकीय महाविद्यालय गुरूर का नामकरण क्षेत्र की प्रथम आदिवासी विधायक डारन बाई तारम के नाम से करने, आदिवासी सामुदायिक भवन के जीर्णाेद्धार हेतु 50 लाख रूपए, प्री.मैट्रिक बालक छात्रावास के 20 सीट को बढ़ाकर 50 सीट किए जाने तथा जीर्णाेद्धार हेतु 20 लाख रूपए, मुख्य मार्ग गुरूर में शहीद वीर नारायण सिंह की प्रतिमा स्थापित करने के लिए 10 लाख रूपए तथा बालोद के बूढ़ातालाब का सौंदर्यीकरण कराने और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गुरूर का जीर्णाेद्धार कराने की घोषणा की है। इसके अलावा उन्होंने ग्राम कोलिहामार ग्राम के विकास के लिए 20 लाख रूपए की राशि स्वीकृत करने तथा विकासखण्ड मुख्यालय गुरूर में पोस्ट मैट्रिक बालक छात्रावास खोलने की घोषणा भी की।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री बघेल ने आदिवासियों के साथ-साथ समाज के प्रत्येक वर्गों के विकास एवं कल्याण हेतु राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार समाज के सभी वर्गों के साथ-साथ किसान एवं मजदूरों को भी सबल एवं आत्मनिर्भर बनाने का कार्य कर रही है। इसके लिए राज्य सरकार के द्वारा राजीव गांधी किसान न्याय योजना, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहिन कृषि मजदूर न्याय योजना, गोधन न्याय योजना आदि महत्वपूर्ण योजनाएॅ संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि आगामी 20 अगस्त को राजीव गांधी किसान न्याय योजना की दूसरी किश्त की राशि किसानों के खाते में जमा कर दी जाएगी। इसके साथ-साथ राज्य में धान के अलावा कोदो-कुटकी, रागी आदि फसलों की भी समर्थन मूल्य में खरीदी की जा रही है।

बघेल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 65 प्रकार के वनोपजों की खरीदी समर्थन मूल्य पर की जा रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने आदिवासियों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत लोगों को उनका वाजिब अधिकार दिलाने हेतु वनाधिकार पत्र, जमीन वापसी, वन संसाधन अधिकार देने आदि का महत्वपूर्ण कार्य किया है। इस अवसर पर उन्होंने राज्य सरकार द्वारा राज्य में पेशा कानून के उचित क्रियान्वयन हेतु किए जा रहे कार्यों के संबंध में भी जानकारी दी।

मुख्यमंत्री बघेल ने राज्य शासन के महत्वाकांक्षी नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बाड़ी योजना तथा गोधन न्याय योजना को ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने तथा राज्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण योजना बताते हुए इसके लाभ के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस योजना के लागू होने से अब राज्य के लोगों को अवारा पशुओं की समस्या से मुक्ति मिलने के साथ-साथ अब गोबर और गोमूत्र से भी आमदनी हो रही है। इसके साथ ही शीघ्र ही बच्चों के कुपोषण को दूर करने के लिए गौठानों से ही दूध मिलने लगेगा।

बघेल ने राष्ट्र व समाज के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा को अत्यंत आवश्यक बताते हुए कहा कि इस दिशा में हमारी सरकार निरंतर कार्य कर रही है। इसके लिए हम प्रदेश के सभी शालाओं में समुचित मात्रा में शिक्षकों की नियुक्ति कर रहे हैं। श्री बघेल ने कहा कि बस्तर एवं सरगुजा संभाग के लोगों को शासकीय सेवा में अधिक से अधिक अवसर प्रदान करने हेतु कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड का गठन कर शासकीय सेवा में उनकी समुचित भागीदारी सुनिश्चित कर रहे हैं। श्री बघेल ने राज्य के विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों के कल्याण एवं शासकीय नौकरी देने हेतु किए जा रहे कार्यों के संबंध में भी जानकारी दी।

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