बच्चों के संरक्षण की दिशा में पुलिस की भूमिका है अत्याधिक महत्वपूर्ण : DGP अशोक जुनेजा
रायपुर। छत्तीसगढ़ पुलिस एवं यूनिसेफ के संयुक्त तत्वाधान में राज्य के थानों में पदस्थ विशेष किशोर पुलिस इकाई के नोडल अधिकारी तथा बाल कल्याण पुलिस अधिकारियों में क्षमता निर्माण हेतु 02 दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा द्वारा किया गया। कार्यशाला में राज्य के विभिन्न जिलों से 140 प्रतिभागी सम्मिलित हो रहे हैं। जिन्हें बच्चों से संबंधित कानून, कानूनों में हुए संशोधन एवं बाल हितैषी थानों का सुगमतापूर्वक संचालन के संबंध में विस्तृत प्रशिक्षण दिया जावेगा।
उद्घाटन समारोह में उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों एवं अधिकारियों को संबोधित करते हुए पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने कहा कि बच्चें राष्ट्र का भविष्य हैं एवं बच्चों के संरक्षण की दिशा में पुलिस की भूमिका अत्याधिक महत्वपूर्ण है। बच्चों के संरक्षण एवं विधि का उल्लंघन करने वाले किशोर बच्चों को समाज की मुख्य धारा में लाने की दिशा में पुलिस का दायित्व महत्वपूर्ण है। इसलिए आवश्यक है कि बाल संरक्षण के क्षेत्र में काम करने वाले पुलिस के साथ-साथ अन्य सभी पुलिसकर्मियों को भी इस दिशा में प्रशिक्षित किया जावे। छत्तीसगढ़ पुलिस अधिकारियों एवं यूनिसेफ ने इस दिशा में एक सराहनीय पहल की है, जो लगातार जारी रहेगा।
इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा एवं यूनिसेफ की ओर से सी.ए.पी. विशेषज्ञ, यूनिसेफ श्याम सुधीर बंदी द्वारा तैयार की गई मार्गदर्शिका का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम में पुलिस मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी हिमांशु गुप्ता, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक(प्रशासन), प्रदीप गुप्ता, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक(यो/प्र.), विवेकानंद, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक(नक्स.ऑप.), एस.सी. द्विवेदी, पुलिस महानिरीक्षक(अअवि), डॉ. संजीव शुक्ला, पुलिस महानिरीक्षक(अअवि) सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। यूनिसेफ की ओर से सी.ए.पी. विशेषज्ञ, यूनिसेफ श्याम सुधीर बंदी, चाईल्ड प्रोटेकशन स्पेशिलिस्ट, यूनिसेफ चेतना देसाई एवं चाईल्ड प्रोटेकशन अधिकारी, यूनिसेफ प्रियंका सेठी एवं कॉउसिल फॉर सिक्योर जस्टिस संस्था से निमिषा श्रीवास्तव भी उपस्थित रहीं।