
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री @bhupeshbaghel के जीवन का मूलमंत्र साहिर लुधियानवी द्वारा लिखा गया यह गीत है।
— Saroj Pandey (@SarojPandeyBJP) December 17, 2022
"बर्बादियों का सोग मनाना फ़ुज़ूल था
बर्बादियों का जश्न मनाता चला गया"
जनता बेहाल है, किसान परेशान है और युवा बदहाल है, पर भूपेश जी विज्ञापनों की गुलाबी दुनिया में मस्त हैं।
राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय ने कहा कि भूपेश बघेल की सरकार ने चार साल में भ्रष्टाचार के चार युग जी लिए हैं। अब पांचवां साल अंतिम अवस्था है। भूपेश बघेल के चार साल छत्तीसगढ़ के लिए बर्बादी के उस दौर के रूप में दर्ज हैं, जिसकी टीस आने वाली कई पीढ़ियों तक रहेगी। इन्होंने छत्तीसगढ़ का जो नुकसान किया है, उसकी भरपाई में कई दशक लग जाएंगे। भूपेश बघेल ने भ्रष्टाचार करने के लिए एक लाख करोड़ का कर्ज लेकर छत्तीसगढ़ के भविष्य तक को गिरवी रख दिया है। विकास की एक ईंट नहीं रखी गई, केंद्र सरकार विकास के लिए भरपूर पैसा दे रही है।
धान खरीदी का सारा चावल खरीद रही है, किसान को उसकी उपज का मूल्य दे रही है तब भूपेश बघेल ने यह पहाड़ जैसा कर्ज किसके लिए लिया है? छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था है नहीं। अर्थव्यवस्था लापता है। आने वाली कई नस्लें कर्जदार पैदा होंगी। बेरोजगारी दर सबसे कम बताते हैं लेकिन कितनी नौकरी दी हैं, यह शपथ पूर्वक बताने की हिम्मत नहीं है। युवा वर्ग का भविष्य चौपट है तो बच्चों का भविष्य अंधकार में डुबो दिया है। चार साल में भ्रष्टाचार, भय भूख और अत्याचार के अलावा भूपेश बघेल की एक भी उपलब्धि नहीं है। छत्तीसगढ़ जल रहा है और भूपेश बघेल जश्न मना रहे हैं