छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ में सरकारी नौकरियों में भर्तियों का सिलसिला जारी है, वादों के अनुरूप उत्तर प्रदेश में भी 20 लाख नवयुवकों को नौकरियां दी जाएगी - मोहम्मद असलम
jantaserishta.com
22 Jan 2022 2:38 PM GMT
![छत्तीसगढ़ में सरकारी नौकरियों में भर्तियों का सिलसिला जारी है, वादों के अनुरूप उत्तर प्रदेश में भी 20 लाख नवयुवकों को नौकरियां दी जाएगी - मोहम्मद असलम छत्तीसगढ़ में सरकारी नौकरियों में भर्तियों का सिलसिला जारी है, वादों के अनुरूप उत्तर प्रदेश में भी 20 लाख नवयुवकों को नौकरियां दी जाएगी - मोहम्मद असलम](https://jantaserishta.com/h-upload/2022/01/22/1471123-untitled-9-copy.webp)
x
पढ़े पूरी खबर
रायपुर: प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता मोहम्मद असलम ने कहा है कि छत्तीसगढ़ कि सरकार द्वारा मौजूदा परिस्थिति में हर विभाग में नौकरियों के द्वार खोले गए हैं। राज्य में 3 वर्षों में हजारों लोगों को विभिन्न विभागों में विधिवत रोजगार प्रदान किया गया है। सभी विभागों में भर्ती की प्रक्रिया सुचारू रूप से जारी है। भाजपा शासनकाल में जो नौकरी के आवेदन आमंत्रित किए गए थे, उसे भी भरा जा रहा है। लगातार रोजगार प्रदान करने का कार्य छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार कर रही है। इसके बाद भी विडंबना यह है की छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने युवाओं को रोजगार नहीं मिलने का उल्लेख किया है। डॉ रमन सिंह ने कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं द्वारा उत्तर प्रदेश में 20 लाख युवाओं को नौकरी देने के वादे को
ठगने वाली घोषणा करार दिया है। उन्हें अपने राष्ट्रीय नेतृत्व पर थोड़ी भी लज्जा नहीं आ रही है, जिन्होंने युवाओं को रोजगार का वादा कर धोखा देने का कार्य किया है। जिसमें दो करोड़ लोगों को प्रतिवर्ष रोजगार देने का उल्लेख किया गया था। उन्हें बताना चाहिए कि कहां है 7 वर्षों में 14 करोड़ नौजवानों की नौकरियां? यह तो सरासर युवाओं को गर्त में डालने का अपराध है ? डॉ रमन सिंह को ऐसा वक्तव्य देने से पहले थोड़ा अपनी वरिष्ठता और धोखा देने की प्रवृत्ति पर विचार करना चाहिए, साथ ही अपनी गिरेबान को झांक कर देखना चाहिए!
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता मोहम्मद असलम ने कहा है कि छत्तीसगढ़ ही देश का ऐसा एकलौता प्रदेश है जहां कोरोना काल के दौर में रोजगार के अवसर बने रहे। मजदूरों एवं कामगारों को रोजगार के लिए भटकना नहीं पड़ा और ना ही प्राइवेट इंडस्ट्रीज द्वारा वर्करों को कार्यों से निकाला गया। बाजार लॉकडाउन के दौर में अवश्य बंद थे। प्राकृतिक विपदा के कारण आय के स्रोतों में थोड़ा संकट भी आया। फिर भी व्यवसायियों को बुरे दौर से उबरने का अवसर प्रदान कराया गया। उन संस्थानों में कार्य करने वाले मजदूरों, गांव में किसानों की जेब में सरकार द्वारा पैसा डालने का काम किया गया तथा राशन मुहैया कराया गया और ग्रामीण क्षेत्रों में भी रोजगार का संकट नहीं आया। इसका परिणाम यह हुआ कि छत्तीसगढ़ की अर्थ व्यवस्था सुचारू रूप से चलती रही तथा कारोबारियों के व्यवसाय में बराबर आय के साधन उपलब्ध होते रहे। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री 15 वर्षों तक नौजवानों के साथ वादाखिलाफी करते रहे और अब झूठा एवं मनगढ़ंत आरोप लगाकर अपनी फजीहत कर रहे हैं।
![jantaserishta.com jantaserishta.com](https://jantaserishta.com/h-upload/2023/10/01/3486223--iilvifj400x400.webp)
jantaserishta.com
Next Story