छत्तीसगढ़

पुलिस ने शिकायत पर नहीं दिखाई गंभीरता, पीड़ित का हो गया मर्डर

Nilmani Pal
27 Oct 2024 11:58 AM GMT
पुलिस ने शिकायत पर नहीं दिखाई गंभीरता, पीड़ित का हो गया मर्डर
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छग

बिलासपुर। लेनदेन के विवाद में युवक की अपहरण कर बेरहमी से पिटाई की गई। अधमरा होने के बाद उसे बेहोशी की हालत में आरोपी गली में फेंक भाग निकले। अस्पताल में इलाज के दौरान घायल युवा की मौत हो गई। वहीं मृतक के परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही और हत्या को दुर्घटना का रूप देने का आरोप लगाया है। मामला तोरवा थाना क्षेत्र का है।

तोरवा थाना क्षेत्र में रहने वाला 24 वर्षीय हरिओम सिंह ब्याज चलाने का काम करता था। वह लोगों को ब्याज में रकम लोगो को देता था। अपना काम बढ़ाने के लिए उसने तोरवा में ही रहने वाले इंद्रजीत यादव और श्रेयांश राजपूत से 8 लाख रुपए उधार में लिए थे और लोगों को ब्याज में बाटा था। पैसों के लेनदेन को लेकर हरिओम सिंह का श्रेयांश और इंद्रजीत से विवाद हो गया था। इंद्रजीत के परिजनों के अनुसार 24 अक्टूबर की दोपहर श्रेयांश और इंद्रजीत हरिओम को खोजते हुए घर पहुंचे थे। उस वक्त हरिओम घर पर नहीं था। पूछने पर पैसों के लेनदेन के मैटर में बात करने आने की बात दोनों ने कही।

इसके बाद दोनों और उनका एक अन्य साथी रात को घर आए और हरिओम को अपने साथ लेकर चले गए। हरि ओम फोन नहीं उठा रहा था। रात करीब 1 बजे इंद्रजीत ने अपने मोबाइल से हरिओम की बात उसके घर वालों से करवाई । इस दौरान हरि ओम ने परिजनों को बताया कि इंद्रजीत और श्रेयांश उसकी पिटाई कर रहे हैं इसके बाद फोन कट गया और हरिओम से उनकी कोई बात नहीं हुई।

जब रात भर हरिओम सिंह घर नहीं पहुंचा तो घर वालों ने उसकी तलाश शुरू की और श्रेयांश राजपूत से पूछा। श्रेयांश राजपूत ने उन्हें रात को ही हरिओम को छोड़ देने की बात बताई। घरवाले हरिओम की तलाश कर ही रहे थे कि सोशल मीडिया में एक युवक की सिम्स में लाश होने की फोटो वायरल हुई। परिजन भागे– भागे सिम्स गए तो वहां दो दिनों से मर्च्युरी में हरिओम की लाश पड़ी थी। संपर्क करने पर तोरवा पुलिस ने परिजनों को बताया कि सड़क हादसे में हरिओम की मौत हो गई है। पूछताछ में जानकारी मिली कि 25 अक्टूबर की सुबह विनोबा नगर की एक गली में घायल अवस्था में हरिओम मिला था। जिसे पुलिसकर्मियों ने ही अस्पताल में ले जाकर भर्ती करवाया था। मिली जानकारी के अनुसार अस्पताल के कर्मचारियों को हरि ओम ने अपनी आपबीती और मारपीट की बात बताई थी। पर इस मामले में पुलिस पर जानकारी के बावजूद लापरवाही बरतने का आरोप लग रहा है। वही हरिओम के परिजनों ने इसे हादसा न होकर हत्या होना बताया है। उन्होंने इंद्रजीत यादव श्रेयांश राजपूत और उसके साथियों पर हत्या का आरोप लगा गिरफ्तारी की मांग की है।


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