छत्तीसगढ़

मध्यभारत में बदलेगी कैंसर उपचार की तस्वीर

Nilmani Pal
18 Jun 2023 3:18 AM GMT
मध्यभारत में बदलेगी कैंसर उपचार की तस्वीर
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रायपुर। वेदांता मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन की ओर से नया रायपुर में संचालित बालको मेडिकल सेंटर (बीएमसी) द्वारा आज से बीएमसी परिसर में दो दिवसीय छत्तीसगढ़ कैंसर सम्मेलन-2023 आयोजित किया जाएगा। इस बहुप्रतीक्षित सम्मेलन में प्रतिष्ठित कैंसर चिकित्सक, शोधकर्ता और चिकित्साकर्मी शिरकत करेंगे। कैंसर पीड़ितों को अत्याधुनिक तकनीकों की मदद से बेहतरीन चिकित्सा उपलब्ध कराने संबंधी जानकारियां सम्मेलन में साझा की जाएंगी। कैंसर के उपचार और पीड़ितों की देखभाल के लिए पारस्परिक सहयोग और उत्कृष्ट कार्यशैली विकसित करने की दृष्टि से सम्मेलन अत्यंत महत्वपूर्ण है।

सम्मेलन के पहले दिन आयोजित सत्र में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से प्रतिभागी अनेक नई तकनीकों और कार्यशैलियों से परिचित हुए। सर्जरी कार्यशाला में चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा स्तन कैंसर की शल्यक्रिया का सीधा प्रदर्शन किया गया। कार्यशाला के दौरान स्तन कैंसर प्रबंधन के अंतर्गत शल्य चिकित्सा के लिए पीड़ित के चयन, नियोएडजुवेंट कीमोथैरेपी, टारगेटेड थैरेपी, इम्यूनोथैरेपी और रीकंस्ट्रक्षन जैसे अत्याधुनिक तरीकों से प्रतिभागियों को परिचित कराया गया। इसके अलावा वास्तविक परिस्थितियों के आधार पर स्तन कैंसर प्रबंधन संबंधी विचारों के अदान-प्रदान से प्रतिभागी खूब लाभान्वित हुए।

प्रथम छत्तीसगढ़ कैंसर सम्मेलन में देश और दुनियाभर के प्रतिष्ठित चिकित्सा विशेषज्ञ भागीदारी कर रहे हैं। इसके जरिए कैंसर उपचार के क्षेत्र में विकसित नई सुविधाओं और शोधों से प्रतिभागी चिकित्सकों और चिकित्साकर्मियों को अवगत कराया जा रहा है जिससे वे जरूरतमंदों को श्रेष्ठ चिकित्सा सुविधाएं देने में सक्षम होंगे। आयोजन के दूसरे दिन 18 जून, 2023 को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञ प्रेजेंटेशन के जरिए प्रतिभागियों को कैंसर निदान संबंधी अनेक आयामों से परिचित कराएंगे।

वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने वर्चुअल माध्यम से सम्मेलन में भागीदारी की। कैंसर मुक्त समाज के निर्माण पर अपने विचार साझा करते हुए श्री अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने ऐसे लोगों को करीब से देखा है जिन्होंने पूरी मजबूती, साहस और धैर्य से कैंसर का सामना किया है। पीड़ितों के अटूट हौंसले से उन्हें कैंसर उपचार एवं देखभाल के स्तर में सुधार की प्रेरणा मिली। अग्रवाल ने बताया कि समाज की उत्तरोत्तर प्रगति और नागरिकों के जीवन स्तर में निरंतर बढ़ोत्तरी के लिए वेदांता समूह कटिबद्ध है। बालको मेडिकल सेंटर सामुदायिक उत्तरदायित्व कार्यक्रम का महत्वपूर्ण अंग है। श्री अग्रवाल ने अपने प्रेरणादायी उद्बोधन में प्रतिभागियों का आह्वान करते हुए कहा कि वे चिकित्सा के क्षेत्र में क्रांति लाने और जरूरतमंदों तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने की दिशा में योगदान दें।

कार्यक्रम में उपस्थित बीएमसी की चेयरपर्सन ज्योति अग्रवाल ने कहा कि कैंसर से बचाव, शीघ्र रोग निदान और समग्र देखभाल के लिए बीएमसी कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पारस्परिक सहयोग के जरिए बीएमसी कैंसर उपचार के क्षेत्र में नए प्रतिमान स्थापित करने की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने बीएमसी द्वारा कैंसर पीड़ितों की जरूरतों के अनुसार उपलब्ध सुविधाओं, क्लिीनिकल साइकोलॉजी, पोषण आहार संबंधी मार्गदर्शन, पुनर्वास थैरेपी आदि संबंधी जानकारी दी। उन्होंने बीएमसी की डे-केयर सुविधा तथा पीड़ितों के उपचार एवं देखभाल हेतु केंद्र की क्षमता विस्तार की घोषणा भी की।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए पद्श्री से सम्मानित एवं टाटा मेमोरियल अस्पताल के निदेषक डॉ. राजेंद्र अच्युत बड़वे ने कहा कि हमारा लक्ष्य क्षेत्र एवं पृष्ठभूमि से परे प्रत्येक जरूरतमंद तक उच्च गुणवत्ता की कैंसर चिकित्सा की उपलब्धता सुनिश्चित करना है। सीमित संसाधनों के कारण कैंसर की समय रहते जांच और पहचान न हो पाना बड़ी चुनौती है। ऐसे में कैंसर उपचार के क्षेत्र में नवाचार समय की मांग है। ‘स्तन कैंसर के उपचार में शल्यक्रिया के समय’ के क्षेत्र में हमारे कार्य को व्यापक पहचान मिली है। देश भर के विभिन्न क्षेत्रों में किए गए प्रथम क्लिनिकल ट्रायल के जरिए हमने यह दिखाया है कि कैंसर की जांच एवं उपचार जितनी जल्दी प्रारंभ की जाए वह उतना ही प्रभावपूर्ण होता है। हमारी पहल से स्तन कैंसर से होने वाली मृत्यु दर में 25 फीसदी की महत्वपूर्ण कमी आई है। कैंसर निदान एवं उपचार को सुलभ और किफायती बनाकर हजारों जरूरतमंदों के जीवन की रक्षा की जा सकती है। जरूरतमंदों के लिए समग्र तथा एकसमान कैंसर उपचार एवं देखभाल उपलब्ध कराने की दिशा में उठाए गए कदम अत्यंत महत्वपूर्ण है।

बीएमसी की सर्जिकल एवं क्लिनिकल निदेशक डॉ. मोऊ राय ने सम्मेलन के दौरान स्तन कैंसर की शल्यक्रिया के सीधे प्रदर्शन को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि कार्यशाला के जरिए प्रतिभागी शल्य चिकित्सा के लिए पीड़ित के चयन, नियोएडजुवेंट कीमोथैरेपी, टारगेटेड थैरेपी, इम्यूनोथैरेपी और रीकंस्ट्रक्षन जैसी अत्याधुनिक तकनीकों से अवगत हुए। डॉ. रॉय ने कहा कि वास्तविक मामलों के आधार पर विचारों का आदान-प्रदान ज्ञानवर्धक रहा। उन्होंने यह भी बताया कि एक्जिला प्रबंधन के अंतर्गत सेंटीनल लिम्फ नोड मैपिंग तथा ओंकोप्लास्टिक स्तन शल्यक्रिया पर भी विचार साझा किए गए जिसके माध्यम से शल्य चिकित्सा के बाद पीड़ितों के जीवन स्तर में सुधार होता है।

सम्मेलन में मौजूद प्रतिष्ठित कैंसर विषेषज्ञ थे -

• डॉ. अनिल डीक्रूजः सिर एवं गर्दन के कैंसर चिकित्सा विषेषज्ञ डॉ. डीक्रूज को 30 से अधिक वर्षों का अनुभव है। इन्होंने टाटा मेमोरियल अस्पताल, मुंबई के निदेशक के तौर पर सेवाएं दी हैं। वह प्रथम भारतीय विशेषज्ञ हैं जिनका सीधा चयन यूनियन फॉर इंटरनेशनल कंट्रोल, जिनेवा के अध्यक्ष पद पर हुआ।

• डॉ. संजय पोपटः फेफड़ा कैंसर, मीजोथेलियोमा एवं थाइमस कैंसर चिकित्सा विषेषज्ञ के तौर पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित हैं। द रॉयल मार्सडेन, लंदन में कंसल्टेंट मेडिकल ओंकोलॉजिस्ट के तौर पर कार्यरत हैं। इसके साथ ही इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर रिसर्च, लंदन में थोरेसिक ओंकोलॉजी के प्रोफेसर हैं।

• डॉ. सोना नागः द सहयाद्री ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स, पुणे की प्रतिष्ठित कैंसर चिकित्सा विशेषज्ञ हैं।

• डॉ. शैलेष श्रीखंडेः टाटा मेमोरियल सेंटर, मुंबई में सर्जरी के प्रोफेसर, जीआई एचपीबी सर्जिकल सर्विसेज एवं कैंसर सर्जरी डिविजन के प्रमुख तथा टाटा मेमोरियल अस्पताल के उप निदेशक हैं।

• डॉ. नीषू सिंह गोयलः टाटा मेमोरियल अस्पताल में केईव्हीएटी पेशेंट नेवीगेशन वर्कशॉप का नेतृत्व कर रहे हैं। व्यावहारिक परिवर्तन और कैंसर देखभाल के क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक सहयोग में सुधार इनका कार्यक्षेत्र है।

हीरा ग्रुप के सीएसआर फाउंडेशन ने कैंसर की देखभाल को घर तक पहुंचाने के दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देते हुए बालको मेडिकल सेंटर को एक मैमोग्राफी वैन दान की। यह छत्तीसगढ़ में अपनी तरह की पहली वैन है जो विशेष रूप से मध्यभारत के दूरदराज के हिस्सों में कैंसर का जल्द पता लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। वैन का उद्देश्य कैंसर की देखभाल को समुदायों तक पहुंचाना और समय पर जांच की सुविधा प्रदान करना है। बीएमसी छत्तीसगढ़ और पड़ोसी राज्यों के विभिन्न गांवों में कैंसर शिविर आयोजित करने की योजना बनाई है जिससे प्रारंभिक चरण में ही कैंसर का पता कर अधिक से अधिक जीवन बचाया जा सके।

हीरा ग्रुप के प्रबंध निदेशक श्री सिद्धार्थ अग्रवाल ने कहा कि बीएमसी और हीरा ग्रुप के परस्पर सहयोग से क्षेत्र में कैंसर के इलाज में बड़ा बदलाव होगा। इस सामुदायिक कार्य से छत्तीसगढ़ और पड़ोसी राज्य के हजारों नागरिकों को लाभ होगा। हम सभी व्यक्तियों के लिए कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की जांच, उपचार और देखभाल सुनिश्चित करने के अपने सामुदायिक स्वास्थ्य के साझा दृष्टिकोण को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

राजधानी के नया रायपुर में बालको मेडिकल सेंटर 170 बिस्तरों का अत्याधुनिक कैंसर उपचार केंद्र है। देष में कैंसर उपचार के क्षेत्र में यह अग्रणी केंद्र के रूप में स्थापित है। वर्ष 2018 में केंद्र के उद्घाटन के बाद लगभग 18000 पीड़ितों को विभिन्न विशेषज्ञों ने उपचार मुहैया कराए हैं। 3200 जरूरतमदों को रेडिएशन और 1100 को ब्रैकीथैरेपी की सुविधाएं मिलीं। 4200 सर्जरी संपन्न हुए हैं वहीं 30 हजार कीमोथैरेपी और लगभग की 40 बीएमटी की गई। व्यापक देखभाल के लिए समर्पित अस्पताल में उच्च प्रशिक्षित विशेषज्ञ, निदान उपचार प्रणालियां उपलब्ध हैं।

वेदांता मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन के तत्वावधान में संचालित अस्पताल को अनिल अग्रवाल फाउंडेशन (एएएफ) द्वारा मदद दी जाती है। कैंसर मुक्त समाज के निर्माण, जरूरतमंदों को बेहतरीन चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराने और नागरिकों को कैंसर के प्रति जागरूक बनाने मे बीएमसी का योगदान उत्कृष्ट है। एडवांस रेडिएशन थैरेपी, ब्रैकीथैरेपी, न्यूक्लियर मेडिसिन, सर्जरी, कीमोथैरेपी, इम्यूनोथैरेपी, टारगेटेड थैरेपी, रक्त संबंधी दोषों के उपचार, बोन मेरो ट्रांसप्लांटेशन प्लास्टिक और रीकंस्ट्रक्टिव सर्जरी, दर्द निवारण एवं पैलिएटिव्ह केयर के लिए यह क्षेत्र का प्रतिष्ठित रेफरल संस्थान है। कैंसर पीड़ितों को भावनात्मक और मानसिक संबंल देने तथा उन्हें पोषण आहार और फिजिकल थैरेपी की जानकारी देने के क्षेत्र में भी बीएमसी लगातार सक्रिय है।

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