छत्तीसगढ़
शहर में एक मात्र कोरोना का टेस्टिंग सेंटर हुआ बंद, CMHO ने कही ये बात
Nilmani Pal
12 Jun 2022 1:40 AM GMT
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डेमो फोटो
सीजी न्यूज़
रायगढ़: देश के कुछ राज्यों के बाद छत्तीसगढ़ में भी कोरोना के मरीज बढ़े हैं। अब राज्य शासन ने कोरोना जांच बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। संक्रमण के खतरे को देखते हुए जांच और इमरजेंसी में आए हुए मरीजों की भर्ती दूसरे मरीजों से अलग करने के लिए कहा है। हालांकि अभी जिले में संक्रमण के मामले नहीं आने से राहत है। शहर में कोरोना जांच के लिए अलग से बनाए केंद्र अब बंद किए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में सामान्य जांच के साथ कोरोना की भी जांच कराएगा। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन से सरकार ने अलग से आईसीयू बेड तैयार रखने के लिए कहा है। रायपुर के साथ बिलासपुर, अंबिकापुर में संक्रमण के मामले सामने आए हैं।
औद्योगिक जिला होने के कारण रायगढ़ संवेदनशील रहा है और पहली और दूसरी लहर में प्रदेश में तीन-चार सर्वाधिक संक्रमित जिलों में रहा है। पीएचसी में होगी जांच कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए हर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना की जांच करने के निर्देश दिए हैं। शहर में इंदिरा नगर, गांधी नगर और रामभाठा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पैथोलॉजी टेस्ट के साथ में ही कोरोना की भी जांच करने के निर्देश दिए हैं। सोमवार से सारे पीएचसी में टेस्ट शुरू कर करने की तैयारी की गई है। चांदमारी स्थित आयुर्वेदिक चिकित्सालय में कोरोना की जांच हो रही थी, जांच को यहां बंद कराया गया है।
मेडिकल कॉलेज से कहा- बेड और आईसीयू तैयार रखें
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ पीएम लूका ने बताया कि शासन से कोरोना को देखते हुए बेड और आईसीयू भी तैयार रखने के लिए कहा गया है। इसमें 42 पीडियाट्रिक और 62 बेड का नार्मल आईसीयू को तैयार करके उसे कोरोना के मरीजों को रखने की तैयारी की जा रही है। वही रुटीन में मेडिसिन, कार्डियक, पीडियाट्रिक, सर्जरी सहित अधिकांश विभागों में आईसीयू रहेंगे वह सामान्य मरीजों के लिए होगा। इसमें एक-दो दिनों में शुरू कर दिया जाएगा।
हॉस्पिटल तो शिफ्ट हुआ अब मशीनों की जरूरत
मेडिकल कॉलेज नई हॉस्पिटल बिल्डिंग तैयार हो गई है। इसमें डिजिटल एक्सरे, सीटी स्केन मशीन, फिजियोथैरेपी, डायलिसिस जैसी मशीनें चल रही हैं लेकिन हॉस्पिटल में एमआरआई मशीन लगाने की जरूरत है, कहा जा रहा है कि इसे लगाने के लिए प्रबंधन ने सरकार को प्रस्ताव भेजा है। इसे सीजीएमसी के माध्यम खरीदा जाना है, इसके अलावा ब्लड स्पेरेटर मशीन सहित कुछ और मशीनें कॉलेज प्रबंधन के पास है, लेकिन उसकी सुविधा लोगों को नहीं मिल पा रही है।
अभी एक्टिव केस नहीं
सीएमएचओ डॉ. एसएन केशरी ने बताया कि अभी हर दिन शहर में 8-10 लोगों की जांच हो रही है, उसमें कोई भी संक्रमित नहीं मिला है। कोरोना सैपलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए गए है, सभी पीएचसी में जांच करना शुरू की जा रही है । स्वास्थ्य मंत्रालय ने जो निर्देश जारी किया हैं उसमें यह कहा गया है कि सर्दी, खांसी, जुकाम सहित कोविड के लक्षण दिखें तो मरीज की कोरोना जांच जरूर कराई जाए। हालांकि अभी एक भी एक्टिव केस नहीं है।
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