मुस्लिम का निर्माणाधीन मकान को बुलडोजर से गिराया, निर्माण सामग्री चोरी कर ले गए
प्रतीकात्मक तस्वीर/ बालोद तहसील के ग्राम मुजगहन में एक मुस्लिम के निर्माणाधीन घर को बुलडोजर से तोड़ा
बालोद। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, और मध्यप्रदेश की तरह ही अब छत्तीसगढ़ में भी निर्माणाधीन मकान को बुलडोजर से गिराने की परंपरा अधिकारियों की मौजूदगी में प्रारंभ हो गई है। कानून व्यवस्था संभालने वाले अब भीड़ के समक्ष मूकदर्शक और बेबस होते जा रहे है। लोग कानून व्यवस्था को अपने हाथों में ले रहे है और संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही है। लेकिन प्रशासन मामलों को हिंसक होने तक चुप्पी साधे रहती है। ऐसी ही घटना इन दिनों बालोद तहसील के ग्राम मुजगहन में एक मुस्लिम के निर्माणाधीन घर को धाराशाही करने की प्रकाश में आयी है। तीन महीनों से चल रहे निर्माणाधीन कंस्ट्रक्शन को पोकलैंड से थानेदार और तहसीलदार की मौजूदगी में पटवारी द्वारा नाप किए एवं कब्जा एवं दस्तावेज होने के बावजूद धाराशायी कर दिया गया।
अब संपूर्ण निर्माणाधीन सामाग्री को मौके से ट्रेक्टर से दिनदहाड़े मौके से अन्यत्र ली जाया गया है। जबकि इसकी सूचना ईट, पत्थर, गिट्टी, रॉड लाने वाले निर्माणाधीन मकान के व्यक्ति को सूचित भी नहीं किया गया है। पहले मकान को बिना नोटिस के तोड़ा गया और अब सामान चुरा लिया गया है। जिसकी सूचना मकान निर्माण करने वाले मुस्लिम व्यक्ति ने बालोद पुलिस को एक लिखित जानकारी में दी है। ऐसी घटना अंचल एवं छग में पहले कभी नहीं देखी गई। अब ग्रामीण थाने और तहसील में दबाव डालकर वातावरण को दूषित कर रहे है प्रशासन सब कुछ जानते हुए भी मामलें को नज़रअंदाज कर रहा है और आग सुलगती जा रही है। भीड़ फैसले ले रही है और प्रशासन चुप्पी साधा हुआ है। यदि ऐसी ही स्थिति बनी रही तो कोई भी गंभीर स्थिति बनने में देरी नहीं लगेगी।