छत्तीसगढ़

चिमनी की उजाले से कट रही यहां के ग्रामीणों की जिंदगी, अब तक नहीं पहुंची बिजली

Nilmani Pal
24 March 2023 5:22 AM GMT
चिमनी की उजाले से कट रही यहां के ग्रामीणों की जिंदगी, अब तक नहीं पहुंची बिजली
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सूरजपुर। बिजली हर किसी की जरूरत है. बिजली के बिना आज कई काम रुक जाते हैं. शहरों में बिजली नहीं होने पर ना जाने कितने लोगों के रोजगार से लेकर बिजनेस पर असर पड़ता है. यही हाल गांवों में भी है. बिजली नहीं होने पर खेतों में पानी की सिंचाई जैसे जरूरी काम थम जाते हैं. लेकिन आज हम आपको ऐसे गांव में लेकर चलेंगे, जहां आजादी के बाद से आज तक बिजली रानी पहुंचीं ही नहीं.

सूरजपुर जिला मुख्यालय से 7 किलोमीटर की दूरी पर है बेलटिकरी गांव का महादेव पारा. इस गांव में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण रहते हैं. लेकिन आज भी यहां के ग्रामीण पुरानी सदी में जी रहे हैं. शाम होते ही मिट्टी के तेल से बनीं चिमनी ही इन्हें उजाला देती है. आजादी के 75 साल बाद भी आज तक इस गांव में बिजली नहीं पहुंची है.

बिजली ना होने की वजह से यहां के ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बच्चों को पढ़ाई की समस्या होती है. गांव के किसान भी पूरी तरह मौसम पर निर्भर हैं. बेलटिकरी गांव जंगल के बिल्कुल नजदीक है. इस वजह से यहां के ग्रामीणों को जंगली जानवरों का भी मुकाबला करना पड़ता है.


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