कांकेर। अंतागढ़ के बाद अब ट्रेन नक्सल प्रभावित क्षेत्र ताड़ोकी तक जाएगी. इस क्षेत्र में कभी नक्सलियों की गोलियों की गूंज सुनाई दिया करती थी. लेकिन अब जल्द ही ट्रेन चलेगी. ताड़ोकी तक रेल लाइन विस्तार होने के बाद ट्रेन चलने से नारायणपुर से राजधानी रायपुर तक का सफर आसान हो जाएगा. ताड़ोकी क्षेत्र तक रेललाइन बिछने के बाद कोलकाता से कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी की टीम ने रेललाइन का निरीक्षण किया.
अंतागढ़ से ताड़ोकी के बीच करीब 17 किमी लंबे रेल ट्रैक में ट्रायल किया गया. ट्रायल की रिपोर्ट बिलासपुर जोन और दिल्ली रेल मंत्रालय को भेजी जाएगी. सब कुछ सही होने पर अंतागढ़ से ताड़ोकी के बीच ट्रेन को हरी झंडी मिलेगी. इसके बाद रायपुर से अंतागढ़ के बीच चलने वाली ट्रेन को ताड़ोकी तक बढ़ाया जाएगा. रेलवे डीआरएम संजीव कुमार ने बताया कि ट्रायल के लिए कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी कोलकाता और एसीआर की मुख्यालय से टीम आई थी. जिसके साथ मंडल के अधिकारियों ने ट्रैक का निरीक्षण किया. निरीक्षण अभी लगभग कंप्लीट हो चुका है. इसके बाद स्पीड ट्रायल होगा. स्पीड ट्रायल सक्सेसफुली कंप्लीट करने के बाद अधिकारियों की फाइनल रिपोर्ट का इंतजार रहेगा. फिर गाड़ियां चलाई जाएगी.
डीआरएम संजीव कुमार ने कहा, '' ताड़ोकी से रावघाट तक कुल 14 किमी तक पटरी बिछना बाकी है. जंगल, पहाड़ी होने के साथ नक्सल संवेदनशील इलाका है. इस वजह से काम काफी चुनौतीपूर्ण है. दो बड़े पुल भी हैं. साल 2025 तक काम पूरा होने का अनुमान लगाया जा रहा है. रावघाट परियोजना अंतर्गत बस्तर संभाग के चार जिले नक्सल प्रभावित हैं. इसके अलावा तीन जिले मैदानी क्षेत्र के हैं. अभी कांकेर, बालोद, दुर्ग और रायपुर आपस में जुड़ चुके हैं.''
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— South East Central Railway (@secrail) August 24, 2023