छत्तीसगढ़

खबर का असर: शहर में चल रहे सट्टे को जनता से रिश्ता ने लगातार किया था आगाह

Admin2
25 Jan 2021 4:51 PM GMT
खबर का असर: शहर में चल रहे सट्टे को जनता से रिश्ता ने लगातार किया था आगाह
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रायपुर। राजधानी के पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र अंतर्गत पुलिस ने 2 सटोरियों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया। इस मामले सायबर सेल की टीम द्वारा ऑन द स्पॉट जाकर गाडी के साथ सवार व्यक्तियों से पूछताछ की गई। जिसमें उन्होंने ये बताया कि कार के अंदर दोनों बिग बैस क्रिकेट मैच सीरिज में सट्टा लगा रहे है। दोनों ने अपना नाम सौरभ सबलानी और हिमांशु खटवानी बताया। टीम द्वारा उनके पास रखें मोबाईल को चेक करने पर उनके द्वारा मोबाईल में लाईन लेकर क्रिकेट सट्टा का संचालन करना भी पाया गया। जिस पर सौरभ सबलानी एवं हिमांशु खटवानी को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से नगदी 1 लाख नगद, 2 मोबाईल फोन और लाखों रूपये की सट्टा पट्टी का हिसाब किताब के साथ एक बी.एम.डब्ल्यू कार क्रमांक डी एल/10/सी सी/9090 को जप्त किया गया। दोनों सटोरियों के खिलाफ पुरानी बस्ती थाना में धारा 4 क जुआ एक्ट का अपराध पंजीबद्ध किया। क्रिकेट सट्टा/सट्टा, जुआ खेलने/खिलाने वालों के विरूद्ध रायपुर पुलिस का यह अभियान लगातार जारी रहेगा।

खुलेआम सट्टा चल रहा

राजधानी में खुलेआम सट्टा और जुआ के अड्डे चल रहे है। सूत्रों के मुताबिक सट्टा और जुआ छुटभैय्या नेताओं के संरक्षण में चल रहा है। पुलिस क्यों असहाय है समझ से परे है। जबकि यहां का पूरा क्षेत्र अवैध धंधे को लेकर सुर्खियों में हमेशा रहता है। पूरे लॉकडाउन में जमकर नोट छापा है। नशा का हर सामान यहां मिल जाएगा। जेब गरम होना चाहिए कालीबाड़ी चौक पर चल रहे इस गोरख धंधे की भनक पुलिस को हैं, लेकिन शिकायत का इंतजार कर रहे है। आज के समय में हो रहे अपराध के तरीके भी नए-नए रूप लेते जा रहा हैं। राजधानी में बढ़ते अपराध और अपराधियों के नए तौर-तरीके देखते हुए पुलिस ने आधुनिक तकनीक अपनाई है, और उसका इस्तेमाल कर पुलिस ने अपराधियों को मात देना शुरू कर दिया है।

खुलेआम चल रहा सट्टा-जुआ अवैध कारोबार

नगर में चल रहे सट्टा कारोबार पर रोक नहीं लग पा रही है। पुलिस कार्रवाई के नाम पर जब तब सटोरियों के खिलाफ धरपकड़ अभियान चलाती है लेकिन कुछ ही समय तक शांत होने के बाद यह अवैध कारोबार फिर शुरू हो जाता है। पुलिस की निगाह में भले ही सट्टा कारोबार बंद हो लेकिन हकीकत यह है कि नगर के विभिन्न मुहल्लों के साथ-साथ अब यह गांव देहात तक फैल चुका है। सट्टे पर पैसा लगाना और जल्द अमीर बनने की चाहत में गरीब और मजदूरी पेशा वर्ग बर्बाद हो रहे हैं। यहां तक कि बच्चे और महिलाएं भी अब सट्टा लगा रहे हैं। बहरहाल वजह चाहे कुछ भी हो, लेकिन क्षेत्र में सट्टे का कारोबार बदस्तूर जारी है। क्राइम की दुनिया में लोगों को उतारने वाला सट्टा एवं जुआ खूब फलफूल रहा है। शहर सहित तमाम गांवों में यह धंधा छुटभैय्या नेताओं की सरपरस्ती पर चल रहा है। इस धंधे में युवा पीढ़ी के अलावा बच्चे भी अपना भाग्य अजमा रहे हैं।

जनता से रिश्ता ने पहले से किया था आगाह

लोक तंत्र के चौथे स्तंभ होने की वजह से शहर की जनता से रिश्ता मिड-डे समाचार पत्र हर दिन सट्टे-जुए की खबरों में नए-नए सुबूतों को ढूंढ कर अपने अखबार में प्रकाशित करता आया है। जिसके चलते राजधानी की पुलिस ने कई बार सट्टा-जुआ खिलाने वाले बड़े खाईवालों को भी गिरफ्तार किया है। सबसे पहले शहर की जनता को शहर के भीतर हो रही अपराध की दुनिया के असलियत का चेहरा दिखाया।

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