छत्तीसगढ़

25 वर्षों से आबंटित कब्जे पर निर्माणाधीन मकान को बुलडोजर से किया ध्वस्त

Shantanu Roy
20 Feb 2024 6:53 PM GMT
25 वर्षों से आबंटित कब्जे पर निर्माणाधीन मकान को बुलडोजर से किया ध्वस्त
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छग
रायपुर। बालोद जिले से प्राप्त खबर के मुताबिक ग्राम मुजगहन में एक मुस्लिम परिवार को ग्राम पंचायत मुजगहन और ग्रामीण संयुक्त रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। पिछले 25 वर्षों से मुस्लिम परिवार को प्राप्त आबादी भूमि में काबिज वैधानिक रूप से प्राप्त आबादी पट्टे की जमीन पर निर्मार्णाधीन मकान को बुलडोजर से तोड़ा गया तत्पश्चात् निर्माण सामग्री उठाकर अन्यत्र ले जाया गया जिसकी सूचना मकान मालिक को ग्राम पंचायत द्वारा नहीं दी गई। मकान ध्वस्त करते समय बालोद के थानेदार एवं तहसीलदार उपस्थित थे और उसे बुलडोजर से तोड़ा गया फिर भी उसे नहीं रोका गया। प्रशासनिक अधिकारी एवं ग्राम पंचायत द्वारा बिना नोटिस दिए 3 माह से चले रहे निर्माणाधीन मकान को गिराया गया एवं सामानों की चोरी बिना जानकारी की गई। पुलिस और राजस्व न्यायालय ने शिकायत के बाद संज्ञान में नहीं लिया।
अब उसी आबंटित भूमि में ग्राम पंचायत द्वारा भवन निर्माण किया जा रहा है। यह सब प्रशासन और पंचायत की मिलीभगत से एक मुस्लिम परिवार को जानबूझकर मानसिक, आर्थिक और सामाजिक रूप से प्रताड़ित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। ग्राम पंचायत मुजगहन के सरपंच ने तहसीलदार को ध्वस्त किये सामान एवं निर्माण सामग्री को जब्त करने की अनुमति मांगी थी। उन्हें अनुमति नही मिलने के बाद भी वहां रखे लोहे के सरिया, इंट, रेत पत्थर और गिट्टी को बिना सूचना दिये तथा जब्तीनामा और सपुर्दगीनामा दिये चोरी किया गया। ग्राम पंचायत एवं राजस्व न्यायालय द्वारा बिना नोटिस दिए मकान बुलडोजर से ध्वस्त करने का विधि अनुसार कोई अधिकार नहीं है। फिर भी इस कार्य को अंजाम दिया गया है।
प्रशासनिक मिलीभगत से पंचायत एवं ग्रामीण एक मुस्लिम परिवार की तमाम सुविधाओं एवं जरूरतों पर प्रतिबंध लगाया हुआ है, जो कि एक प्रताड़ना की श्रेणी में आता है। यहां यह जानना जरूरी है पट्टेदार हल्का पटवारी द्वारा नापकर दिए जाने के पश्चात् आबंटित जमीन में निर्माणाधीन मकान का कार्य तीन माह से चल रहा था जिसे तोड़ा गया, लेकिन पुनः सीमांकन का आवेदन देने के बाद भी अभी तक सीमांकन नहीं किया गया है और मामले को लटकाया गया है। अब उसी जमीन पर पंचायत द्वारा भवन बनाने की तैयारी हो रही है। इससे यह जाहिर होता है कि एक मुस्लिम परिवार पर जानबूझकर खुलेआम अत्याचार किया जा रहा है। शिकायत करने पर प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किया जाना आश्चर्यजनक है।
ग्राम मुजगहन में ग्रामीण आए दिन बैठक कर मुस्लिम परिवार के खिलाफ घणयंत्र करते रहते हैं गांव के कुछ लोग जो व्यक्ति बैठक में नहीं आते हैं उन्हें दण्डित करने का काम करते हैं और मुस्लिम परिवार के यहां आने जाने, काम करने सहित अन्य आवश्यक कार्य करने की दबावपूर्वक मनाही करते है। पुलिस और जिला प्रशासन सब कुछ जानते हुए भी कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। ग्राम पंचायत का वातावरण असामाजिक हो गया हैं। एकमात्र वरिष्ठ नागरिक (सीनियर सिटीजन) परिवार को प्रताड़ित करने पूरा गांव लगा हुआ है। इस काम में कुछ बाहरी लोगों की भी मदद मिलना बताया गया है। यहां यह भी जानना जरूरी है एक मुस्लिम परिवार को ही नहीं अपितु पूरे गांव में उनके साथ 50 से अधिक परिवारों को शासन द्वारा पट्टे की भूमि दी गई है। इसके अतिरिक्त दर्जनों परिवार बड़ी-बड़ी जमीनों पर अतिक्रमण किये हुए है उनपर कोई कार्यवाही नही की जाती है, किन्तु एक ही परिवार से बदले की भावना रखकर वातावरण खराब किया जा रहा है। जो कि कभी भी गंभीर घटना में तब्दील हो सकता है।
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