छत्तीसगढ़

घर को झोलाछाप डॉक्टर ने बनाया था हॉस्पिटल, स्वास्थ्य विभाग ने की छापेमारी

Nilmani Pal
21 April 2023 10:52 AM GMT
घर को झोलाछाप डॉक्टर ने बनाया था हॉस्पिटल, स्वास्थ्य विभाग ने की छापेमारी
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पिथौरा। झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा अवैध रूप से क्लीनिक का संचालन कर भोले-भाले ग्रामीणों के बड़े-बड़े रोगों का इलाज कर चिकित्सा का कारोबार तेजी से फल फूल रहा है. इनके पास ना तो चिकित्सा से सम्बंधित कोई डिग्री है ना ही क्लिनिक चलाने का अधिकार, फिर भी अंचल में बड़े पैमाने पर फर्जी क्लीनिक, पैथोलॉजी लैब, एक्स-रे इत्यादि का कारोबार चरम पर है. शिकायत के आधार पर बीते गुरुवार को राजस्व विभाग स्वास्थ्य विभाग पिथौरा के संयुक्त टीम द्वारा ग्राम मोहगांव (सांकरा) के हेमंत प्रधान के घर पर बने 3 कमरे की अस्पताल नुमा क्लीनिक पर छापामार कार्रवाई किया गया.

जानकारी के अनुसार ललित मुखर्जी नामक व्यक्ति ने ग्राम मोहगांव (सांकरा) के छोलाछाप डॉ. हेमन्त प्रधान के द्वारा अवैध रूप से क्लीनिक संचालन करने की शिकायत विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. तारा अग्रवाल से की थी. उक्त शिकायत के आधार पर राजस्व विभाग के अधिकारी नायब तहसीलदार देवेंद्र कुमार नेताम और ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. तारा अग्रवाल, फार्मेसिस्ट कौशल पटेल, पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता मुकेश कर के द्वारा दोपहर 12 बजे घर पर छापेमारी की कार्रवाई किया गया. जहां पहुंचते ही सभी अधिकारी अवैध रूप से संचालित अस्पतालनुमा क्लीनिक को देखकर दंग रह गए. टीम ने पाया कि झोलाछाप डॉ. हेमंत प्रधान के पास कोई चिकित्सा से सम्बंधित डिग्री नहीं थी. इसके अलावा क्लीनिक में काफी मात्रा में एलोपैथिक दवाइयां भी रखी हुए थी. साथ ही मरीजों की जांच उपकरण स्टेथोस्कोप, Thermometer (तापमापी), सिरिंज डिस्ट्रॉयर जब्त किया गया. साथ ही अवैध रूप से संचालित क्लीनिक को सील किया गया है. मौके पर पंचनामा भी तैयार किया गया है. जिसमें झोलाछाप डॉक्टर हेमंत प्रधान ने विगत 10 वर्षों से इलाज करना स्वीकार किया है.

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