विवाह हर किसी व्यक्ति के लिए एक बेहद अहम पल होता है। विवाह का पवित्र बंधन एक स्त्री और पुरुष के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है जहां वे निजी बंधन में बंधकर एक नए जीवन की शुरुआत करते हैं। हर युवक की ख्वाहिश होती है की अपने विवाह के दिन वो ढोल बाजे और ढेर सारे बारातियों के संग अपनी दुल्हन को ब्याहने जाए। किंतु अगर विवाह लॉकडाउन के दौरान करनी हो तो इसमें उतना उत्साह नहीं रह जाता। पर फिर भी कुछ युवक ऐसे होते है जो अपनी निजी जीवन से बढ़कर सामाजिक जीवन को महत्व देते है। शादी बारात के उत्साह से अधिक वे समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को मानते है।
बस्तर जिले के ग्राम बोरपदर के निवासी श्री चैन सिंह ठाकुर ने आज व्यक्तिगत तौर पर ही नही अपितु सामाजिक दृष्टिकोण से भी मिसाल कायम की है। दूल्हा बनकर अपनी दुल्हन को ब्याहने सुकमा जिले के ग्राम कुमाकोलेंग आ रहे श्री चैन ने मंडप की ओर प्रस्थान करने से पहले अपना और अपने परिजनों सभी का कोरोना जांच करवाने को प्राथमिकता दी। शादी के पवित्र बंधन में बंधने से पहले उन्होंने अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाई। उन्होंने कहा की पहले सामाजिक जिम्मेदारी महत्वपूर्ण है, इस कठिन दौर में हमे जरूरत है की लापरवाही करके समाज के लिए उलझन या समस्या पैदा करने के बजाय अपनी जिम्मेदारी समझे और कोरोना जांच करवाए। शासन प्रशासन को कोरोना संक्रमण की रोकथाम में अपना योगदान दे। उन्होंने गांव जाने के पहले सुकमा जिले के तोंगपाल जांच नाके में स्वत: कोविड जांच कराया और साथ में सारे बारातियों को भी कोविड टेस्ट कराने को कहा।
निरीक्षण करने पहुंचे कलेक्टर ने की दूल्हे की तारीफ
मौके पर पहुंचे कलेक्टर श्री विनीत नंदनवार ने दूल्हे श्री चैन सिंह ठाकुर की खूब प्रशंसा की। जिले में प्रभावशाली लॉकडाउन का जायजा लेने श्री नंदनवार तोंगपाल जांच नाका का निरीक्षण कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कोविड जांच स्थल पर पहुँचे दुल्हे को कोविड टेस्ट कराते हुए देखकर प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने कहा की हमे ऐसे युवाओं की जरूरत है जो समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझते है। कलेक्टर ने कहा कि सभी अगर इसी तरह जागरूक होकर अपनी जिम्मेदारी समझे तो कोरोना संक्रमण को जल्द से जल्द खत्म किया जा सकता है।
आज श्री चैन सिंह ठाकुर ने समाज को एक अनुकरणीय संदेश दिया है की अभी के इस विषम परिस्थिति में हमे चाहिए की हम पूरी तत्परता से समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएं और कोरोना के प्रति सजग, सचेत होकर संक्रमण की रोकथाम में शासन प्रशासन का सहयोग करें।