तेंदुए को दिखाया मुर्गे का लालच, पकड़ में आने के बाद ग्रामीणों ने ली राहत की सांस
बिलासपुर। बिलासपुर में एक तेंदुआ जंगल से भटककर शहर के करीब गांव पहुंच गया। तेंदुए की खबर मिलते ही आसपास के गांव के लोग दहशत में आ गए। इसकी जानकारी मिलते ही वन विभाग का अमला तेंदुए को रेस्क्यू करने पहुंचा। करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद भी तेंदुआ पिंजरे में नहीं आया, तब उसे फंसाने के लिए पिंजरे में मुर्गा बांधा गया, जिसे देखकर तेंदुआ लपककर पिंजरे में घुस गया। इसके बाद उसे रेस्क्यू कर कानन पेंडारी जू लाया गया।
कानन पेंडारी जू से महज तीन किलोमीटर दूर ग्राम बिनौरी में ग्रामीणों ने तेंदुआ देखा। बताया गया कि जंगल से भटककर वह गांव में पहुंचा था। गांव में तेंदुए की खबर मिलते ही ग्रामीण दहशत में आ गए। इधर, ग्रामीणों ने गांव में तेंदुए की खबर वन विभाग को दी। तब रेस्क्यू टीम गांव पहुंची।
गांव पहुंची वन विभाग की टीम ने पहले ग्रामीणों की भीड़ हो हटाया। इस दौरान तेंदुआ एक फार्म हाउस के पास झाड़ियों के बीच दुबका बैठा था। तब तक वहां तखतपुर वन परिक्षेत्र की टीम के साथ ही तहसीलदार, पटवारी समेत पुलिस भी पहुंच गई थी। वन विभाग को रेस्क्यू करने में चार घंटा लग गया। लेकिन, तेंदुआ पिंजरे के अंदर नहीं जा रहा था। इस पर कर्मचारियों ने पिंजरे में मुर्गे को बांधकर लटकाया। फिर दोबारा पिंजरे को तेंदुए के पास लेकर गए। दूसरी तरफ से जाल बिछाया गया था, ताकि, तेंदुआ भागने न पाए। मुर्गे को देखकर तेंदुआ लपककर पिंजरे के अंदर गया, तब कर्मचारियों ने स्लाइडर गेट को बंद किया। इसके बाद टीम ने राहत की सांस ली। फिर तेंदुए को कानन पेंडारी लाया गया।