रायपुर। छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी रनिंग कम्यूनिटी लेट्स रन के तत्वाधान हर साल की तर्ज़ पर 'द ग्रेट छत्तीसगढ़ रन' का आयोजन किया गया. इसमें 3000 से ज़्यादा धावकों ने एक साथ नया रायपुर में दौड़ लगाई. यह लेट्स रन के अंतर्गत आयोजित हुई वार्षिक मैराथन का सातवां संकरण है. यह हर साल की तरह 6 कि.मी, 10 कि.मी, 21 कि.मी मैराथन के आयोजन के अलावा मध्य भारत एवं छत्तीसगढ़ में पहली बार 42 कि.मी की फुल मैराथन का आयोजन किया गया.
यह मैराथन नया रायपुर में आयोजित हुई और विशाल जन समूह ने इसमें भाग लिया. लेट्स रन कोई व्यावसायिक नहीं बल्कि दौड़ने से जुड़े हुए समाज के विभिन्न भागों से आए हुए धावकों का समूह हैं जिन्हे दौड़ना और शारीरिक रूप से अपने को तंदरुस्त रखना पसंद हैं. इस समूह में रायपुर के हर वर्ग से और अलग अलग उम्र के लोग भी जुड़े हुए हैं जो साल में 3-4 बड़ी-छोटे ऐसे आयोजन करवाते रहते हैं. द ग्रेट छत्तीसगढ़ रन, हर साल छत्तीसगढ़ की एक विशेषता को अपने वार्षिक आयोजन में प्रदर्शित करता हैं, इस बार बैगा समुदाय की महिलाओं में प्रचलित गोदना कला को मैराथन में धावकों के सामने लाया गया. इस मौके पर बोलते हुए, आयोजक डॉ विनय तिवारी ने बताया प्रचलित मान्यता के अनुसार गोदना एक बैगा महिला का वह गहना हैं जो मृत्यु पर्यन्त उनके साथ रहता हैं और दौड़ना भी धावकों के लिए कुछ ऐसा ही एहसास हैं. यह मैराथन में हर तरह के धावकों के लिए बनी है, चाहे वह अपने आनंद के लिये दौड़ते है या पेशेवर रूप से. इस आयोजन में भाग लेने के लिए धावक दूसरे राज्यों से भी शरीक हुए. रोटरी क्लब ऑफ रायपुर रॉयल ने भी इस आयोजन मैं अपनी सम्पूर्ण सहभागिता दिखाई एवं सभी धावकों का भरपूर मनोबल बढ़ाया.