चना घोटाला- किश्त-2
खबर प्रकाशन के बाद खाद्यमंत्री दयालदास बघेल ने ली अधिकारियों की बैठक लगाई फटकार
छत्तीसगढ़ में चने के पैकेजिंग में माफिया का बड़ा खेल
सरकार का चना खूले बाजार में बेचकर कमाया मुनाफा, सरकार के पैसे का दुरुपयोग
बाजार से निम्न स्तर की क्वालिटी का चना कम दाम में खरीद कर सप्लाई
सरकार और विभागीय मंत्री को गुमराह कर रहे चना चोर माफिया
संबंधित मंत्रालय को चना घोटाले की खबर नहीं, उच्चस्तर के अधिकारी चना घोटाले में शामिल
EOW की जांच से पूरे घोटाले का होगा खुलासा
रायपुर raipur news (जसेरि)। पीडीएस PDS के तहत गरीब और आदिवासियों को सस्ते दर पर चना उपलब्ध कराने में भी बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है। छत्तीसगढ़ में हज़ारों करोड़ के चना चोरी का खेल विगत 6-7 सालों से बड़े पैमाने पर हो रहा है। लूट का यह खेल दो ही लोगों इर्द-गिर्द चल रहा है जो फर्म का नाम बदल बदल कर हर साल टेंडर लेते है और जीएसटी के साथ इनकम टैक्स की चोरी कर जनता का पैसा लूट रहे हैं।
chhattisgarh news सरकार के पैसे से खऱीदे गए चने को ऊंचे रेट में दिल्ली और मुम्बई के साथ विदेशों में बेचा गया। ख़बर यह भी है कि जो चना बाहर एक्सपोर्ट हुआ वह अच्छी क्वालिटी का था और मध्य प्रदेश की उपज थी लेकिन छत्तीसगढ़ में नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा जो चनॉ हितग्राहियों को बाँटा जा रहा है वो छत्तीसगढ़ की उपज है और पुरानी फ़सल होने के कारण उसमें फफूंद लग गया है। निम्न क्वालिटी होने के कारण यह चना खाने योग्य नहीं है और उसका खुले बाजार में मात्र 15 रुपया किलो मूल्य ही आंका जाता है। इसका इस्तेमाल जानवरों को दिये जाने वाले चारे में किया जाता है। chhattisgarh
जबकि फ्रेश चना 70-80 रुपये किलो बाज़ार में बेचा गया जिसके हिसाब से हज़ारों करोड़ रुपये की चोरी हुई। अब यह देखना है कि सरकार इस अनियमितता को संज्ञान में लेकर किसी तरह की जाँच कराती है या नहीं। जानकार बता रहे हैं कि घोटाला बिगत 7 सालों में 20 हज़ार करोड़ रुपये से भी ज्यादा का हुआ है। गऱीब आदिवासियों को उम्मीद है कि सरकार अच्छा राशन नागरिक आपूर्ति निगम के माध्यम से राशन दुकानों में प्रदान करें। क्वालिटी चेक करने के साथ ही अन्य मापदंडों के अनुरूप उच्च गुणवत्ता के खाद्य पदार्थ राशन दुकानों को उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। इस पूरे मामले में उच्च स्तरीय जाँच कराना चाहिए।नागरिक आपूर्ति निगम से लेकर केंद्रीय भंडार के अधिकारियों की भी जाँच आवश्यक रूप से होनी चाहिए तभी जाकर ये चना घोटाला का संपूर्ण सच सामने आएगा और घोटाले में शामिल सभी आरोपी अधिकारी और चना माफिय़ा पकड़े जाएंगे।