सरकार को 10 करोड़ की चपत लगाया, नए वेयरहाउस का हाल हुआ बेहाल
सरगुजा। 10 करोड़ के मद से बने 20 लाख मीट्रिक टन क्षमता वाले छत्तीसगढ़ सिविल सप्लाई का वेयर हाउस के रिटर्निंग वाल पानी के बहाव से धंसने लगा है और सुरक्षा के लिए लगाए गए पत्थर बह गए हैं।अभी बारिश के मौसम का पहली बरसात में यह हाल है तो पूरे बरसात के मौसम के बाद क्या हाल होगा। ग्राम बेलकोटा में 10 करोड़ से नव निर्मित वेयर हाउस पहाड़ी टीले पर बना है।जब बारिश होती है तो पहाड़ का पानी रफ्तार से उतरता है।पहाड़ को काटकर बनाये गए वेयर हाउस में निर्माण में कोताही बरतने से पानी का निकासी वेयर हाउस से ही आता है।जिसके कारण भारी पानी का बहाव गोदाम के किनारे बनाये गए रिटर्निंग वाल को बहा कर नुकसान पंहुचा रहा है।
वेयर हाउस में पानी निकासी के लिए नाली बनाये गए हैं परंतु जिधर रिटर्निंग वाल है उधर पानी निकासी का कोई विकल्प नही होने से नए पाटे गए मिट्टी और उसपर बिछाए गए पत्थर को बहा दिया है। गोदाम के नींव से 3 फिट का प्लेटफार्म बनाया गया है जो मिट्टी के बहने से दरार पड़ गए हैं।जिसे बढ़ने से रोकने के लिए उस पर पेंच रिपेयर किया गया है। भारी पानी के बहाव को रोकने की व्यवस्था जल्द ही नही की जाती है तो पाटे गए मिट्टी के हटने से गोदाम गिरने का अंदेशा रहेगा।ठेकेदार द्वारा जब मिट्टी का पटान किया गया तब उसे बढ़िया से दबाया या रोलिंग नही किया गया।जिससे मिट्टी पोला होकर धंसने लगी और बहने लगी।
10 करोड़ का यह कार्य रायपुर के एक ठेकेदार को छत्तीसगढ़ सिविल सप्लाई कारपोरेशन ने निविदा निकाल कर दिया था।जिसे सीतापुर के एक ठेकेदार ने पेटी कांट्रेक्ट पर लेकर कार्य कराया। गौरतलब है कि 22 जून को इस 11 कम्पार्टमेंट वाले गोदाम जिसकी क्षमता 20 लाख मीट्रिक टन है का लोकार्पण केबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने किया था। अविनाश टण्डन ने कहा कि ठेकेदार को बता दिया गया है।3 साल का मेन्टेनेन्स है।सुधार करेगा।