छत्तीसगढ़

अभावों में पली छात्रा ने की टॉप, संघर्ष को बताया

Nilmani Pal
14 May 2022 9:35 AM GMT
अभावों में पली छात्रा ने की टॉप, संघर्ष को बताया
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सरगुजा। सरगुजा जिले की मेधावी छात्रा बबीता सिंह ने 12वीं की परीक्षा में मेरिट सूची में अपना नाम दर्ज करा अपने परिवार और गांव का नाम रोशन किया है। नईदुनिया ने जब उसे मोबाइल में इस सफलता की सूचना दी तो पूरे परिवार की खुशी का ठिकाना न रहा। लखनपुर विकासखण्ड के ग्राम कुसु की यह छात्रा अभावों में पली। महज साठ हजार सालाना आय वाले इस परिवार में बबीता की सफलता ने जरूरतमंद परिवार को नई राह दिखाई है। नईदुनिया से बातचीत में बबीता ने अपनी सफलता और उसके पीछे छिपे संघर्ष को बताया। पिता बाबूनाथ सिंह और माता मइया सिंह की तीन पुत्रियों में बबीता दूसरे नंबर की है। बड़ी पुत्री लीलावती और फिर बबीता के बाद तीसरी पुत्री अम्बिका है।

तीन पुत्रियों की शिक्षा का खर्च जरूरतमंद परिवार के लिए शुरू से समस्या बनी थी। पांचवीं तक गांव में पढ़ाई के बाद छठवीं से बबिता अपने बड़े चचेरे भाई के बुलावे पर रायगढ़ जिले के लैलूंगा चली गई। यहां उसने दसवीं तक शिक्षा ली। दसवीं में भी बबीता ने 96 फीसद अंक हासिल किए थे। इसके बाद वह सरस्वती शिशु मंदिर अम्बिकापुर में पढ़ने आ गई। स्कूल प्रबंधन ने छात्रा की पढ़ाई में काफी मदद किया। उसके रहने की व्यवस्था सेवाभारती मातृछाया में की।

छात्रा बबीता ने बताया कि उसकी ऐसी स्थिति नहीं थी कि वह किसी संस्थान में जाकर अलग से कोचिंग ले हां लेकिन उसके पढ़ाई में उसके बड़े भाई के साथ सरस्वती शिशु मंदिर अंबिकापुर के शिक्षकों का बड़ा योगदान रहा जीव विज्ञान संकाय की छात्रा बबीता के अनुसार पढ़ाई को लेकर गंभीर तो थी लेकिन परेशान नहीं थी वाह प्रतिदिन 4 से 6 घंटे बैठकर पढ़ाई करती रही।


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