रायगढ़। रायगढ़ जिले में बीती रात एक बिजली खंबा से झूले हुए तारों की चपेट में आने से वहां से गुजर रहे एक नर व मादा हाथी सहित उसके बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई। संभवत: यह राज्य का पहला मामला है, जहां एक साथ हाथी के पूरे परिवार की मौत करंट की चपेट में आने से हो गई।
घटना की जानकारी मिलते ही जिले की मंडलाधिकारी स्टाईलो मंडावी अपनी टीम के साथ पहुंच गई है। यह घटना रायगढ़ जिले के घरघोड़ा ब्लॉक में आने वाले वन विभाग की नर्सरी के भीतर हुई जो ग्राम चहुकीमार में संचालित है। देर रात हुई इस घटना की जानकारी आज सुबह वन विभाग को मिली उसके बाद तीनों शवों की जांच करते हुए विभाग की टीम ने शवों का पोस्टमार्टम कराने का निर्णय लिया है। इस इलाके में कल रात से ही 78 हाथियों का एक दल धरमजयगढ़ वन मंडल से रायगढ़ वन मंडल के भीतर प्रवेश किया है, और लगातार क्षेत्र में खेतों में लगी धान की फसल को नुकसान पहुंचा रहे थे। इस दौरान हाथी परिवार की मौत से पर्यावरण प्रेमियों ने भी विद्युत विभाग के ऊपर लापरवाही के आरोप लगाये हैं।
रायगढ़ वन मंडल में आने वाले ग्राम चुहकीमार की वन विभाग द्वारा संचालित नर्सरी के भीतर तेज विद्युत प्रवाहित तार की चपेट में आने से एक साथ तीन हाथियों की मौत के बाद मौके पर पहुंचे घरघोड़ा सब डिवीजन के एसडीओ का कहना था कि कचकोबा परिसर में करंट की चपेट में आकर तीन हाथियों की मौत हुई है। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर कार्रवाई कर रही है, इसमें एक नर, एक मादा के अलावा शावक शामिल है। उन्होंने बताया कि तीनों शवों का पोस्टमार्टम कराने के बाद रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।