छत्तीसगढ़

जोन क्रमांक 5 में चपरासी का जलवा किसी कलेक्टर से कम नहीं

Nilmani Pal
29 Sep 2023 6:21 AM GMT
जोन क्रमांक 5 में चपरासी का जलवा किसी कलेक्टर से कम नहीं
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अपने रसूख से अकूत कमाई कर बनाई लाखों की संपत्ति

सूचना के अधिकार से मिली जानकारी चौकाने वाली

रायपुर। कलेक्टर जन चौपाल में एक संगीन केस जनसुनवाई में आया जिसे लेकर कलेक्टर महोदय चौक गए। आवेदक मुन्ना ठाकुर ने कलेक्टर के समक्ष आवेदन प्रस्तुतकिया जिसमें जोन क्रमांक 5 के चपरासी के अवैध कमाई से अकूत संपत्ति बनाकर बैंकाक-पटाया की सैर करने की जानकारी दी है। साथ ही उक्त भृत्य विलासता पूर्ण एशो-आराम से जीवन को रंगीनकर बड़े-बड़े रसूखदारों धनवानों और आईएएस-आईपीएस को चैलेंज कर रहा है कि भृत्य की इतनी कमाई तो अधिकारी की कितनी ...। सामाजिक कार्यकर्ता कुशालपुर वार्ड क्र. 66 निवासी मुन्ना ठाकुर ने जोन क्रमांक 5 के भृत्य दिलीप साहू की शैक्षणिक और कार्य संबंधी जानकारी सूचना के अधिकार के तहत मांगी थी, लेकिन आज तक जानकारी नहीं मिली। साथ ही मुन्ना ठाकुर ने अंक सूची, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, रोजगार कार्यलय का पंजीयन प्रमाण पत्र चरित्र प्रमाण पत्र तथा 14 अगस्त 23 को दिलीप साहू के 2015 से 2020 के अंतराल में विदेश जाने का अनुमति संबंधी जानकारी मांगी, जो आज तक आवेदक को नहीं मिली है।

अपने आवेदन में मुन्ना ठाकुर ने कलेक्टर से जांच की मांग की है। लिखा है कि दिलीप साहू ने अवैध रूप से कमाई कर ग्राम अमलेश्वर में 50 लाख का लक्जरी मकान खरीदा है, साथ ही साथ सुंदर नगर वार्ड अश्वनी नगर रायपुर में स्वयं का मकान भी है। एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी व्दारा कमाई का मापदंड निर्धारित है। कई विभागों में तो भृत्य के पद पर काम कर रहे कर्मचारी सरकारी ड्रेस में जिंदगी निकाल देते है और वहीं दिलीप साहू का अवैध कमाई से एशो-आराम की सामग्री जुटाकर कलेक्टर की तरह ठाठ-बाट चर्चा में है। क्या 50 लाख का मकान खरीदी करने और कार खरीदने के लिए विभागीय अनुमति भी नहीं ली है। भृत्य ने अपने कृत्य से अवैधानिक रूप से संपत्ति अर्जित किया है। मजेदार बात यह है कि दिलीप साहू वर्तमान में जोन क्रं. 5 में स्वास्थ्य विभाग में भृत्य के पद पर रहते हुए स्वच्छता निरीक्षक एवं देयक तैयार किए जाने का कार्य संपादित करता है। जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने दिलीप साहू के कार्य के लिए पृथक से केबिन, कुर्सी-टेबल आलमारी की सुविधाएं प्रदान की है।

दिलीप साहू आवंटित कक्ष में बैठक उपरोक्त कार्य के संबंध में अवैधानिक रूप से पक्षकारों से सांठगांठ कर धन अर्जित किया जा रहा है। जिसके विरूद्ध जांच किया जाना अति आवश्यक है। ताकि काला कृत्य उजागर हो सके। भृत्य के पद पर दिलीप साहू 2008 से जमा हुआ है, जिसके कारण उसका दुस्साहस दिनोदिन बढ़ते जा रहा है। दिलीप साहू ने विदेश जाने के पूर्व पासपोर्ट बनाने के लिए विभागीय परमिशन भी नहीं लिया। दिलीप साहू ने एक कार सीजी 04 एनएम 8933 भी बिना फाइनेंस की खरीदी है। मुन्ना ठाकुर ने कलेक्टर से अनुरोध किया है प्रशासन की कार्यप्रणाली की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सूचना के अधिकार की जानकारी देना अनिवार्य करें और तथ्यों की जांच अवश्य कराएं ताकि जनता की गाढ़ी कमाई का सरकारी कर्मचारी दोहन कर प्रशासन को बदनाम न कर सके।

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