बलरामपुर। पण्डो महिला को खून देकर डॉक्टर ने जान बचा ली. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया है कि कलेक्टर विजय दयाराम के. के निर्देशन में जिले के विभिन्न विकासखण्डों में विशेष पिछड़ी जनजाति कोरवा, पहाड़ी कोरवा, पण्डों परिवारों के स्वास्थ्य जांच हेतु विशेष स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाता रहा है।
विकासखण्ड वाड्रफनगर के ग्राम पिपरपान की पण्डो महिला अमती पण्डो की जांच डॉक्टारों द्वारा स्वास्थ्य शिविर में किया गया था। जांच में महिला के शरीर में खून की कमी पाई गई थी जिसे डॉक्टरों की सलाह से ईलाज हेतु जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। भर्ती पश्चात डॉक्टर ने महिला के परिवार सदस्यों को उसके शरीर में खून चढ़ाने की बात कही। शरीर में खून की कमी को देखते हुए जिला चिकित्सालय में पदस्थ चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुबोध सिंह ने अपना खून महिला को दिया, वर्तमान में महिला स्वस्थ है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक ने डॉ़ सुबोध सिंह के इस जनहीत कार्य की सराहना की और कहा कि उन्होंने खून देकर मिसाल पेश किया है, उनके इस सराहनीय कार्य से दूसरे लोग भी जागरूक होंगे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया है कि जिला चिकित्सालय में ब्लड बैंक संचालित है, जिस हेतु समय-समय पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि रक्तदान के पूण्य कार्य में अपनी सहभागिता बढ़ाएं ताकि जरूरतमंद लोगों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने बताया है कि कलेक्टर श्री विजय दयाराम के. के निर्देशन में विभिन्न विकासखण्डों में विशेष पिछड़ी जनजाति कोरवा, पण्डों परिवारों की जांच के लिए कुल 459 स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया है, जिसमें 13 हजार 134 व्यक्ति लाभान्वित हुए हैं।