बिलासपुर। बिलासपुर जिले में शव से किडनी निकालने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल, मृतक के बेटे ने कलेक्टर से शिकायत की थी कि, उसके पिता के शव से किडनी निकाली गई है। कलेक्टर ने मामले को संज्ञान में लेकर कब्र खुदवाकर शव का दुबारा से पोस्टमार्टम करवाया। इसमें पता चला कि, ये आरोप झूठा है।
उल्लेखनीय है कि, सोन-लोहारसी गांव का निवासी धर्मदास मानिकपुरी एक्सीडेंट में घायल हो गया, जिसका इलाज जिले के प्रथम हॉस्पिटल में चल रहा था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। फिर मृतक के बेटे सोमदास ने डॉ. पर किडनी निकालने का गंभीर आरोप लगाया और कलेक्टर से शिकायत की। इसके बाद कलेक्टर ने दफनाने के 27 दिनों बाद कब्र खोदवाकर शव के पोस्टमार्टम का आदेश दिया। स्वास्थ्य, पुलिस और राजस्व विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की और कब्र खोदकर शव का पोस्टमार्टम करवाया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि, शव के अंगों के साथ कोई छेड़खानी नहीं की गई है। डॉ. पर लगाया गया आरोप झूठा है।