छत्तीसगढ़
कब्रिस्तान में दो अंजान कुत्ता का हत्या कर दफनाए लाश, दहशत में आया मसीही समाज...ऐसे हुआ खुलासा
Deepa Sahu
17 Dec 2021 4:47 PM GMT
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बिलासपुर के तखतपुर में मसीही समाज के कब्रिस्तान में दो अज्ञात कब्रो के मिलने से ग़हमा गहमी रही।
बिलासपुर: बिलासपुर के तखतपुर में मसीही समाज के कब्रिस्तान में दो अज्ञात कब्रो के मिलने से ग़हमा गहमी रही। हत्या कर लाश दफनाए जाने की आशंका को लेकर दहशत में आये मसीही समाज ने थाने व एसडीएम को इसकी सूचना दी। फिर शाम होते होते मामले का खुलासा हो सका।
मामले में मिली जानकारी के अनुसार अनुसार आज तखतपुर वार्ड क्रमांक 5 मिशन कम्पाउण्ड निवासी पूर्व पशु चिकित्सक राबिन मसीह उम्र 92 वर्ष का निधन हो गया था जिनके अंतिम संस्कार के लिए दोपहर 2 बजे समाज के लोग कब्रिस्तान पहुंचें थे जहां समाज के लोगों ने देखा कि क्रिश्चन समाज में दो कब्र बनी हुई थी। कब्र ताजा थी अतः समाज के लोगों ने इसकी जानकारी ली तो पता चला कि पिछले दिनों में मसीही समाज में किसी भी व्यक्ति की मृत्यु नही हुई है। इसके बाद समाज के सभी पास्टर से जानकारी ली गई कि क्या उन्होंने क्रिश्चन कब्रिस्तान में किसी का अंतिम संस्कार कराया है।
पास्टर ने जानकारी दी कि किसी भी सामाजिक व्यक्ति का अंतिम संस्कार क्रिश्चन कब्रिस्तान में नही किया गया है। जिसके बाद क्रिश्चन कब्रिस्तान में बनी दो कब्र रहस्य का कारण बन गई कि आखिर किन दो लोगों को यहां दफनाया गया है। किसी की हत्या कर लाश दफनाए जाने की आशंका को देखते हुए समाज के संयुक्त डिसाईपल्स मसीही समाज के अध्यक्ष एम प्रसाद ने इसकी जानकारी तखतपुर थाने में देते हुए थाना प्रभारी को अवगत कराया कि कब्रिस्तान में दो कब्र दिख रही है। सूचना पर पुलिस भी हरकत में आ गयी और उच्चाधिकारियों को जानकारी दे कर जांच शुरू कर दी।
एसे खुला राज गुनु व मिक्कु की निकली लाश
जब से मसीही समाज के लोगों ने थाने में शिकायत की थी तब से पुलिस ने मामला सुलझाने के लिए दौड़भाग शुरू कर दिया था। पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ करने के अलावा मुखबीर के पूरे तंत्र को सक्रिय कर दिया था। उधर मसीही समाज के लोगों ने भी समाज मे पूछताछ जारी रखा। इस बीच अफरा तफरी मचने पर समाज के ही दो शख्स मनोज लिंकन और मार्शल लिंकन तखतपुर के थाने में पहुँचे और बताया कि करीब 6- 7 वर्षों से दो कुत्तों को पाल कर रखा हुआ था। एक का नाम गुनु व दूसरे का मिक्कु था। अचानक दोनों की एक साथ मृत्यु हो गई। दोनों कुत्ते परिवारिक सदस्य की तरह थे और उनके चले जाने से किसी भी पारिवारिक सदस्य की तरह ही कमी महसूस कर रहे थे। जिसके चलते उन्होंने दोनों को गुनु और मिक्कु को कब्रिस्तान में ताबूत बनाकर विधिवत इंसानों की तरह ही ताबूत में रख कर दफन किया था। पुलिस को दोनों ने कुत्तों के दफन करते समय जो तस्वीर ली गई थी वह भी पुलिस को उपलब्ध कराई। परिजनों का कहना है कि यदि क्रिश्चियन समाज को आपत्ति है तो दोनों को निकाल कर कहीं और दफन कर देंगे। दोनों के बयान के बाद तखतपुर पुलिस ने राहत की सांस ली। फिर भी उनके कथन की तस्दीक करने के लिए पुलिस ने उनके पड़ोसियों के भी बयान लिया और ताबूत बनाने वाले से भी पूछताछ की गई। इसके बाद पुलिस ने मामले का पटाछेप किया गया।
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