भिलाई। मानवता की भलाई के लिए मरणोपरांत देहदान की अनुकरणीय मिसाल प्रस्तुत करने वालों में भिलाई के पशिने दंपत्ति का नाम भी शामिल हो गया है । 96/मोंगरा, तालपुरी निवासी,बीएसपी के सेवानिवृत सीनियर मैनेजर सत्येंद्र पशिने और उनकी पत्नी श्रीमती उमा पशिने ने सामाजिक संस्था प्रनाम के अध्यक्ष पवन केसवानी की काउंसलिंग के माध्यम से देहदान की वसीयत जारी की।
इसके पूर्व देहदानी सत्येंद्र पशीने की माता स्व. वत्सला पशीने ने भी प्रनाम के माध्यम से देहदान का संकल्प लिया था ! जिनके मरणोपरांत उनकी पार्थिव काया मेडिकल कॉलेज को अध्ययन हेतु मानवता की भलाई के लिए समर्पित की जा चुकी है !सपत्नीक देहदान की अभिनव पहल करने के संदर्भ में सत्येंद्र पसीने ने कहा कि, "मरने के बाद जिंदा समाज की भलाई के लिए कुछ काम आ सके, इसी उद्देश्य से हम मानवधर्म का पालन हैं" । देहदान हेतु पशिने दंपति ने परस्पर एक दूसरे की वसीयतों में साक्षी रिश्तेदार के रूप में अपने हस्ताक्षर कर भावनात्मक सहयोग प्रदान किया । प्रनाम के द्वारा विगत 14 वर्षों से भी ज्यादा समय से भिलाई दुर्ग सहित छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों में देहदान एवं नेत्रदान की अभिनव पहल अनवरत जारी है, जिसका हेल्पलाइन नं. 9479273500 है। प्रनाम की नेक पहल से अभी तक 1065 प्रबुद्धजन देहदान हेतु संकल्पित हो चुके हैं, उनमें से 138 महामानवों के मरणोपरांत की पार्थिव काया मानवता की भलाई के लिए विभिन्न मेडिकल कॉलेजों को समर्पित की जा चुकी है ।