निगम मुख्यालय अब महात्मा गांधी भवन के नाम से जाना जाएगा
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर नगर निगम की पहली सामान्य सभा में शुक्रवार को दिनभर हंगामा होता रहा। सत्तापक्ष सामान्य सभा में विचार के लिए 30 प्रस्ताव लाई थी। इसमें 19 प्रस्ताव इमारतों, सड़कों-चौराहों के नामकरण के थे। नामकरण के इन प्रस्तावों पर भाजपा पार्षद भड़क गये। भाजपा पार्षदों का कहना था यह प्रस्ताव पिछली सामान्य सभा में गिर गया था। ऐसे में दोबारा इसे नहीं लाया जा सकता। सत्ता पक्ष ने कहा, नगर निगम आयुक्त ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी है। उन्होंने नियम-कायदों को देखकर ही ऐसा किया है। सत्ता पक्ष का कहना था, यह नामकरण स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम पर किया जा रहा है।
सत्ता पक्ष के जवाब से भड़के भाजपा पार्षद सभापति के आसन के सामने आकर नारेबाजी करने लगे। उन्होंने सभापति पर बहुमत के दम पर तानाशाही चलाने का भी आरोप लगाया। काफी देर तक नारेबाजी के बाद भाजपा पार्षद विरोध में सदन से बाहर निकल गए। भाजपा पार्षदों की गैर मौजूदगी में ही सत्ता पक्ष ने 11 प्रस्तावों को बहुमत से पारित करा लिया। कुछ मिनट बाहर रहने के बाद भाजपा पार्षद सदन में लौट आए। कई प्रस्तावों पर बार-बार हंगामा चलता रहा। रायपुर नगर निगम की 70 सदस्यीय सामान्य सभा में कांग्रेस के पास 39 पार्षद हैं। वहीं भाजपा के पास केवल 30 पार्षद हैं। महापौर और सभापति भी कांग्रेस से ही हैं। इसकी वजह से प्रस्ताव पारित कराने में सत्ता पक्ष को कोई दिक्कत नहीं आई। पिछली बार नगर निगम में महापौर कांग्रेस का था, लेकिन सदन में भाजपा बहुमत में थी। इसकी वजह से महापौर को कोई प्रस्ताव पारित कराने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता था।
शहर को मिलेंगी नई सुविधाएं
नगर निगम ने तेलीबांधा में कृषि विभाग की खाली की गई जमीन पर उद्यान बनाने का प्रस्ताव पारित कर दिया। प्रस्ताव के मुताबिक उद्यान के पास मौजूद तालाब को भी संवारा जाएगा। वहीं उद्यान से तालाब को फूट ओवरब्रिज के जरिये जोड़ा जाएगा। सरोना के ट्रंचिंग ग्राउंड में कचरे के पहाड़ को वैज्ञानिक तरीके से निपटाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी मिल गई। नगर पालिक निगम रायपुर की शुक्रवार को सामान्य सभा हंगामेदार रही। हंगामे के बीच सामान्य सभा में 30 प्रस्ताव पारित हुए। निगम में भी कांग्रेस का बहुमत होने से प्रस्ताव पारित होने में कोई असुविधा नहीं हुई। विपक्ष की ओर से जमकर हंगामा चलता रहा और इस बीच प्रस्ताव पारित होते रहे। 2 नए जोन के गठन का प्रस्ताव सर्व सम्मति से पास किया गया। नामकरण प्रस्ताव पर सदन में जोरदार हंगामा हुआ। भाजपा के पार्षद धरने पर बैठे। सुनवाई नहीं होने पर पार्षद दल ने सदन से वाकआउट किया। बता दें कि अब नगर निगम मुख्यालय वाईट हाउस को महात्मा गांधी सदन के नाम से जाना जाएगा। यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से सामान्य सभा में पास हुआ। सड़क और गार्डन के नामकरण के चार प्रस्ताव भी सर्व सम्मति से पास किए गए। इसी तरह नगर पालिक निगम का बजट सदन में अंगीकृत किया गया। अधिकतर 22 प्रस्ताव नामकरण और अन्य एजेंडे भी पास हुए। एजेंडो पर होने वाली चर्चा खत्म होने के बाद यहां अतिरिक्त विषयों पर भी चर्चा की गई। लंच के बाद दोबारा शुरू हुई सामान्य सभा में 90 लाख रुपए प्रति माह की लागत से मैकनाइज्ड के टेंडर के विषय पर बहस हुई। जहां संख्या बल के आधार पर बिना विपक्ष की मौजूदगी ही 11 प्रस्ताव पास किए गए।
नामकरण को लेकर भाजपा पार्षदों ने किया हंगामा
सामान्य सभा ने नगर निगम मुख्यालय की इमारत का नाम महात्मा गांधी भवन के नाम पर करने के प्रस्ताव को पारित कर दिया। इस प्रस्ताव के मुताबिक मुख्यालय के बाहर महात्मा गांधी की एक प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। भाजपा पार्षदों ने रायपुर स्थित नालंदा परिसर और आमापारा से आयुर्वेद कॉलेज तक सड़क का नामकरण स्वतंत्रता संग्राम सेनानी महादेव प्रसाद पाण्डेय के नाम पर करने के प्रस्ताव का भी विरोध किया। भाजपा पार्षदों का कहना था,जो संपत्ति नगर निगम की है ही नहीं, उसका नामकरण कैसे कर सकती है। महापौर ने बताया, इसके लिए वन मंत्री मोहम्मद अकबर की ओर से पत्र आया है। नगर निगम प्रस्ताव पारित कर सरकार को ही भेजेगा। इसमें अधिकारिता का सवाल खड़ा नहीं होना चाहिये। विपक्ष की आपत्तियों के बावजूद इस प्रस्ताव को पारित कर दिया गया।