क्वांटिफिएबल डाटा आयोग के अध्यक्ष और सचिव ने की सामाजिक संगठनों से चर्चा
रायपुर। क्वांटिफिएबल डाटा आयोग की टीम द्वारा लगातार प्रदेश का दौरा किया जा रहा है। पिछड़ा एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों का सर्वेक्षण प्रारंभ हो गया है। कमजोर वर्गों, पिछड़ा वर्ग के संगठनों एवं प्रतिनिधियों से आयोग की टीम द्वारा चर्चा कर इस संबंध में आवश्यक जानकारी दी जा रही है तथा सुझाव भी लिए जा रहे हैं। इसी तारतम्य में आज जिला पंचायत रायपुर के सभाकक्ष में बैठक आयोजित की गई। आयोग के अध्यक्ष सीएल पटेल राज्य शासन के निर्देशों को विस्तार से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि यह बैठक इसलिए आयोजित की गई है ताकि सही डाटा एकत्रित हो सके तथा डाटा कलेक्शन में सहयोग के लिए आपके उचित सहयोग प्राप्त हो सके। प्रदेश के सभी संभागीय मुख्यालयों तथा विभिन्न जिलों में बैठक आयोजित की जा रही है। उन्होंने कहा कि एपीएल एवं बीपीएल परिवारों को बेस लाईन मानते हुए ऑनलाईन सर्वे किया जा रहा है। जिसके लिए मोबाईल में एप डाउनलोड किया जा सकता है। ओबीसी परिवारों के सर्वे के लिए सुपरवाईजर सहित अन्य कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया है।
उन्होंने कहा कि नागरिक इसके मोबाइल ऐप सीजीक्यूडीसी को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर जानकारी भर सकते हैं। क्वांटीफायबल डाटा आयोग के सचिव बीसी साहू ने बताया कि शासन स्तर पर सर्वे के लिए ग्रामीण विकास विभाग एवं नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा को जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने बताया कि 1 सितम्बर से 12 अक्टूबर 2021 तक ऑनलाईन पंजीकरण एवं डाटा संग्रहण व सत्यापन का कार्य किया जाएगा। इसके बाद 30 अक्टूबर तक पंचायतवार एवं वार्डवार सूची का प्रारंभिक प्रकाशन किया जाएगा। 16 नवम्बर तक प्रारंभिक प्रकाशन पर दावा एवं आपत्ति प्राप्त किया जाएगा तथा 30 नवम्बर तक दावा-आपत्ति का निराकरण किया जाएगा। 20 दिसम्बर 2021 तक ग्राम पंचायत क्षेत्र में ग्राम सभा द्वारा एवं नगरीय निकाय क्षेत्र में पीआईसी एवं एमआईसी द्वारा अनुमोदन किया जाएगा। इसके बाद 31 दिसम्बर तक ग्रामीण क्षेत्र में जनपद स्तर पर एवं नगरीय क्षेत्र में निकाय स्तर पर डाटा संकलन का कार्य किया जाएगा। 14 जनवरी 2022 तक जनपद एवं निकाय स्तर से जिला स्तर पर डाटा संप्रेषित किया जाएगा। इसके पश्चात राज्य स्तर से नोडल अधिकारियों द्वारा डाटा आयोग को प्रेषित किया जाएगा। इस अवसर पर जिला पंचायत रायपुर के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हरि कृष्ण जोशी, विभिन्न समाजों के प्रतिनिधिगण एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।