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बीजापुर। मासूम बच्चों को गुमराह कर नक्सली उनका बचपन छीनकर उनसे गोला बारूद की सप्लाई करवा रहे है। इस बात का खुलासा आंजनेय वार्ष्णेय ने बुधवार को प्रेसवार्ता में किया। उन्होंने कहा कि नक्सली मासूम बच्चों का ब्रेनवाश कर उन्हें हिंसा का रास्ता दिखा रहे है। उन्हें जवानों की रेकी करवाने का काम करवा रहे है।
नक्सली 14 – 15 साल के बच्चों को आईईडी लगाने और ब्लास्ट करने की भी ट्रेनिंग दे रहे है। छोटे छोटे बच्चों को नक्सली अपने स्कूलों में ले जाते है जहाँ मासूमों को हिंसा की ट्रेनिंग दी जाती है। उन्हें बाद में हथियार देकर मुठभेड़ों में शामिल कर लेते है या फिर उन्हें अन्य राज्यों में नक्सली घटनाओं को अंजाम देने के लिए भेज दिया जाता है।
एसपी ने कहा कि मंगलवार को पामेड़ थाना के जारपल्ली से भी 5 मावोवादियों को गिरफ्तार किया गया। जिसमें 2 नाबालिग बच्चे शामिल है। इनके कब्जे से 100 नग जिलेटिन रॉड(लिक्विड बारूद),बड़ा. विस्फोटक सामग्री 100 नग जिलेटिन रॉड (लिक्विड बारूद), बड़ा जिलेटिन 02 नग (प्रत्येक नग लगभग 2.78 किलो ग्राम, धूकनीमषीन 1 नग, बिजली वायर लगभग 35 मीटर , 01 सफेद बोरी में लगभग 20 किलो ग्राम यूरिया एवं अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद किया गया।
एसपी ने कहा कि इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री मिलना यह इशारा करता है कि नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में थे। एसपी ने कहा कि जल्द ही नक्सलियों के सप्लाई चैन को ध्वस्त किया जाएगा और भविष्य में और भी बड़े खुलासे की बात कही।
मोहन कड़ती को घेरने निकले थे जवान कुडमेर, लेकिन मुठभेड़ में मारा गया राकेश- एसपी ने बताया कि नक्सलियों के डीवीसी मेंबर व बड़े लीडर मोहन कड़ती के कुडमेर आने की सूचना मिली थी। कड़ती को पकड़ने के लिए ही कैम्प बेचापाल से डीआरजी एवं थाना मिरतुर के जिला पुलिस बल की सयुंक्त पार्टी ग्राम कुडमेर की ओर गश्त के लिए निकले थे।
गष्त सर्चिंग से वापसी के दौरान पुलिस – नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़। मुठभेड़ पश्चात घटना स्थल का सर्चिंग करने पर 1 माओवादी राकेष कतलाम उर्फ कमलू कतलाम पिता गुंडा कतलाम, उम्र 25 वर्ष, साकिन स्कूलपारा छोटे पोटेनार थाना जांगला जिला बीजापुर का शव बरामद किया गया।
जिसके समीप ही 1 नग देषी पिस्टल, 4 नग जिन्दा राउण्ड, 2 नग खाली खोखा, विस्फोटक सामग्री, पिटठू व मौके से ही अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद किया गया। एसपी ने बताया कि जो मुठभेड़ में मारा गया वह मोहन कड़ती का अंगरक्षक था और यह भी 5 साल से नक्सल संगठन से जुड़ गया था। यह 5 नक्सल घटनाओं में शामिल था।
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