विधानसभा में हुक्काबार बंद करने के प्रस्ताव के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई
फ्लेवर्ड हुक्के के नशीले फ्लेवर -
टकीला
ट्रिपल एक्स
वेट 69
बीयर फ्लेवर
वोदका
ग्रीन एप्पल
रोमोनोव
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। राजधानी में नशे का कारोबार और सट्टा काटने वालों पर पुलिस लगत्तर सख्ती करती जा रही है। मगर फिर भी नशे के गिरफ्त में शहर के युवा फंसते जा रहा है। जिले में शराब के साथ सफेद जहर हेरोइन का कारोबार अब गांवों के तरफ भी अपना पांव पसार रहा है। पुलिस के कार्रवाई में छोटे-छोट हेरोइन कारोबारी तो फंस रहे है लेकिन बड़े कारोबारी अब भी पुलिस के गिरफ्त से दूर है। शहर में शाम ढलते ही कई ठिकानों पर युवा पहुंच नशे की तलब मिटाते है। आसपास के लोग डर के मारे पुलिस के सामने मुंह खोलने से भी कतराते है। किशोर और युवाओं में नशे का नया फैशन शुरू हुआ है। शहर में जगह-जगह हुक्का बार खुल गए हैं, जहां युवा और किशोरों को हुक्का पिलाया जाता है। उनके पास कई फ्लेवर में तंबाकू मौजूद है, जिससे नशे का कारोबार किया जा रहा है।
अवैध हुक्के का बढ़ा कारोबार : रायपुर में अवैध रूप से हुक्का बार चलाए जा रहे हैं। आम, संतरा, लीची, सेव आदि के फ्लेवर में तंबाकू मिल रही हैं। इन्हीं फ्लेवर की तंबाकू से हुक्का बार चलाए जा रहे हैं। बार में तरह-तरह के फ्लेवर से युवाओं को नशा कराया जा रहा है। यहां तक कि किशोर और बालक भी खूब हुक्के में दम मार रहे हैं। इससे जहां हुक्का बार संचालक अपना कारोबार चला रहे हैं। हुक्का पिलाने के बदले पैसा भी खूब लिया जा रहा है। युवा, किशोर आदि परिवार से छुपकर हुक्का बार में पहुंच रहे हैं। शाम होते ही हुक्का बार गुलजार हो जाते हैं। हालांकि अब पुलिस को भी इनकी जानकारी हो गई है। पुलिस ने हुक्का बार की निगरानी शुरू कर दी है। पुलिस सख्ती भी कर रही है।
वीआईपी रोड के होटलों में चल रहा हुक्का बार
तेलीबांधा में कई स्थानों पर हुक्का बार खुल गए हैं, जहां अपने परिवार से छुपकर युवा पहुंच रहे हैं। काफी बच्चों को भी इसकी लत लग रही है। वे भी हुक्का बार में जाने लगे हैं। इसके अलावा स्टार चौराहे पर वीआईपी रोड के पास भी काफी समय से हुक्का बार चल रहा है। माना गेट के पास भी कई हुक्का बार चल रहे हें। नया रायपुर हाईवे की ओर जाने वाले मार्ग पर भी हुक्का बार हैं। हुक्का बार में हुक्के बहुत सामान्य नहीं हैं। हुक्के काफी स्टाइलिश हैं। उनका लुक और खूबसूरती देखती ही बनती है, जैसे किसी राजा-महाराजा के दरबार में हुआ करते थे। इस तरह युवाओं को नशे की ओर लुभाया जा रहा है।
नशे का कारोबार बढ़ा : नशे के काले कारोबार की असलियत रोंगटे खड़े कर देती है। यह समस्या लगातार गंभीर होती जा रही है। वीआईपी रोड के बाद अब शहर के भीतर नशे को लेकर के निशाने पर है। ऐसे मामले सामने आ रहे हैं कि पहले युवाओं को नशे का शिकार बनाया जाता है और फिर उनको ड्रग पेडलर बनाया जा रहा है। इसकी अनदेखी बहुत भारी पड़ सकता है।
नशे की आड़ में युवा भटक रहे
शहर के रेस्त्रां और कैफे में फ्लेवर्ड हुक्के की आड़ में नशे का कारोबार चल रहा है। यंग जनरेशन फ्लेवर्ड हुक्के को स्टेटस सिंबल बना जहरीले धुएं को गुडग़ुड़ाने में लगी है। दोपहर से शाम तक शहर के पॉश इलाकों में स्थित रेस्त्रां और कैफे में चल रहे हुक्का बार में हल्की रोशनी और म्यूजिक के बीच टीन एजर्स को धुआं उड़ाते देखा जा सकता है। इस नशे की गिरफ्त में ब्वॉयज के साथ-साथ गल्र्स भी कम नहीं हैं। पुलिस-प्रशासन की नाक के नीचे चल रहे इस कारोबार में रेस्त्रां वाले लड़के-लड़कियों से 45 मिनट के राउंडअप के बदले 300 से 500 रूपये तक वसूल रहे हैं। इस बात का भी खुलासा हुआ कि बड़े शराब कारोबारी पढऩे लिखने वाले युवा भी भटक कर पहुंच रहे है। शराब कारोबारी पैसो का लालच देकर ऐसे युवाओं को फंसा रहे है। थोड़े से पैसे के लालच और चमक-दमक के पीछे युवक भटक जा रहे है।
हुक्का बार युवाओं के लिए बना फैशन
हुक्के का नशा आजकल युवाओं के सिर चढ़कर बोल रहा है। आधुनिक गैजेट्स की दीवानी युवा पीढ़ी हुक्के को अपने तकरें के आधार पर इसे शाही शौक मानकर बार का चक्कर लगा रही है। युवाओं की हुक्के के प्रति बढ़ती रुचि को भांप नशे के कारोबारियों ने इसे भुनाने के लिए सांकेतिक नामों से हुक्का बार खोलकर अपनी जेब भर रहे हैं। राजधानी में कुकुरमुत्ते की तरह खुले इन हुक्का बारों में हुक्के की कश ले हवा में धुएं को छल्ले की तरह उड़ाने वालों की भीड़ लगी रहती है। रायपुर का ऐसा कोई भी इलाका नहीं है, जहां हुक्का बार न खुला हो। हुक्का बार खोलना मुनाफे का सौदा बन गया है। पुलिस-प्रशासन से बचकर राजधानी में हुक्का बार कई वर्षों से धड़ल्ले से चल रहा है। रेस्टोरेंट में जहां खाने-पीने की चीजें परोसी जाती हैं, वहीँ हुक्का भी परोसा जा रहा है।
ये हैं दिखावे वाले फ्लेवर
मार्केट में युवा ग्राहकों को लुभाने के लिए डिफरेंट फ्लेवर मौजूद हैं। इनमें रोमियो जूलियट, मांबा-जांबा, एम जूना, वनीला, गुलाब, जासमीन, शहद, आम, स्ट्राबेरी, तरबूज, पुदीना, मिंट, चेरी, नारंगी, रसभरी, सेब, एप्रीकोट, चाकलेट, मुलेठी, काफी, अंगूर, पीच, कोला, बबलगम, पाइन एप्पल आदि।