छत्तीसगढ़

राजधानी के पार्किंग स्थल बने सट्टा-नशा का अड्डा

Nilmani Pal
5 May 2023 5:44 AM GMT
राजधानी के पार्किंग स्थल बने सट्टा-नशा का अड्डा
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सप्लायर ग्राहकों को दे रहे गांजे व दूसरे ड्रग की घर पहुंच सेवा

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर । राजधानी के रेलवे, एयरपोर्ट, शास्त्री मार्केट,मॉल और सिनेमाघरों में चल रहे पार्किंगों में कमाई का नया तरीका निकाल लिया है। पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए पार्किंग को गजेडिय़ों और सटोरियों ने काले कारोबार के मार्केट के रूप में तब्दील कर दिया है। पार्किंग वालों रोड लाखों रुपए का वारान्यारा कर रहे है। खासकर शहर के रेलवे स्टेशन में के दोनों साइड के पार्किंग में खुलकर सट्टा और गांजा सप्लाई का खेल चल रहा है?शहर के चारों कोनों के गेजेड़ी पार्किग के आखिर में बैठकर धुएं का छल्ला उड़़ाते देख सकते है। यहीं से गजेडिय़ों को रोजना का खुराक भी मिलता है। बात यहीं खत्म नहीं होती है पार्किंग के चारों कोनों में सटोरिए रहते है जो नंबर लिखने का काम करते है। लोगों को लगता है कि गाड़ी नंबर की पर्ची ले रहा लेकिन वनो पर्ची सट्टा की होती है? सट्टा -जुआ-गांजा-शराब का सप्लाई करने वाला गिरोह इतना सक्रिय है कि गंजोडिय़ों और सटोरियों को आधा किमी दूर से ताड़ लेता है? नशेड़ी या सटोरिया को कोड संकेत बता दिया गया है वो आते ही इशारा करता है और माल उसके हाथों तक पहुंच जाता है। इन पार्किंग में अवैध कारोबार बेधडक़ चल रहा है। पुलिस और सीआरपीएफ को मालूम है कि यहां सिर्फ लोग गाड़ी पार्किंग के लिए आते है लेकिन ये सच नहीं होकर कुछ और होता है। यहां तो रोज लाखों का गांजा सट्टा का खेल होता है। हर रोज राजधानी के पार्किंगों से लाखों का गंजा पहुंचता और माल गन्तव्य तक पहुंच जाता है। इस तरह पुलिस की आंखों में दिन जहाड़े धूल झोंकने का खेल चल रहा है।

किसी के पास नहीं है मशीन

पार्किंग वसूलने वाले किसी भी युवक के पास मशीन नहीं है। सिर्फ एक साधारण पर्ची छपवा कर चार्ज वसूला जाता है। इनकी देखादेखी कई और भी इस गलत काम में कूद रहे हैं। नगर निगम के नाम से अवैध रसीद छपवा कर पार्किग चार्ज वसूलना शुरू कर दे रहे हैं। वहीं पार्किंग नहीं देने वाले या सवाल पूछने वाले लोगों के साथ अवैध पार्किग चार्ज वसूल रहे लडक़े उनके साथ बुरा व्यवहार भी करते हैं।

रोज हो रही तू-तू, मैं-मैं

मेन रोड में अवैध रूप से पार्किंग वसूलने वाले और आम लोगों के बीच हर दिन तू-तू, मैं-मैं हो रही है। कभी कभी नौबत मारपीट तक भी पहुंच जा रही है। इसके बाद भी न तो नगर निगम और न ही प्रशासन का इस ओर ध्यान जा रहा है। कार्रवाई न होने का नतीजा ही है कि अवैध वसूली कर रहे लोगों का मन बढ़ा हुआ है।

क्या कहते हैं आम नागरिक

मेन रोड में पार्किंग को लेकर बहुत परेशानी होती है। फ्री पार्किंग वाले स्थानों पर भी पार्किंग चार्ज वसूला जा रहा है। जो लडक़े ये अवैध काम कर रहे हैं उनसे कुछ पूछने पर वे झगड़ा करने लगते हैं। विशाल मेगा मार्ट के समीप जबरदस्ती पार्किंग चार्ज मांग रहा था। मैंने जब रसीद देने की बात कही तो एक पर्ची निकाल कर पकड़ा दिया। सवाल करने पर किसी भैरव सिंह से जाकर शिकायत करने की धमकी देना लगा। निगम को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए।

एयरपोर्ट पार्किंग में अवैध वसूली पर एक्शन, ठेकेदार को अथॉरिटी ने दिया नोटिस

रायपुर के माना एयरपोर्ट पर पार्किंग में अवैध वसूली को लेकर भारतीय एयरपोर्ट अथॉरिटी ने पार्किंग संचालक को नोटिस दिया है। इस नोटिस में उन्हें 7 दिनों के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही पार्किंग में हो रही समस्याओं को लेकर संयुक्त बैठक कर समाधान करने का जिक्र किया गया है। भारतीय एयरपोर्ट अथॉरिटी के द्वारा दिए गए कारण बताओ नोटिस में कम्पनी को लेकर लिखा हुआ है कि आपको 5 साल का रायपुर एयरपोर्ट के कार पार्किंग का ठेका सौंपा गया है। लेकिन स्थानीय समाचार पत्रों और लोगों से मिली शिकायतों में पाया गया कि मेसर्स अंजली इंटरप्राइजेस द्वारा वाहनों से 50 रुपये कार पार्किंग शुल्क वसूला जा रहा है। जो कि नियमानुसार नहीं है। अत: आपको 7 दिन के भीतर नोटिस के संबंध में स्पष्टीकरण देना है।

दरअसल राज्य के बाहर की जिस कंपनी को पार्किंग का ठेका मिला है उसके स्टाफ ने जबरदस्ती वसूली शुरू कर दी है। एयरपोर्ट में जैसे ही गाडिय़ों की इंट्री हो रही है, ठेकेदार के कर्मचारी वाहनों को सीधे पार्किंग में भेज रहे हैं। हालांकि केंद्रीय अथॉरिटी के नियम के अनुसार एयरपोर्ट में किसी को लेने या छोडऩे आई प्राइवेट गाडिय़ों को 7 मिनट खड़ा रखा जा सकता है। यानी 7 मिनट तक एयरपोर्ट बिल्डिंग के गेट के बाहर गाड़ी पार्क की जा सकती है। इसके बावजूद कर्मचारी जबरदस्ती वाहनों को पार्किंग में भेजकर पैसे वसूल रहे हैं।

पार्किंग में गाडिय़ों के पहुंचने के साथ ही 30 मिनट के हिसाब से उनसे 50 रुपए शुल्क लिया जा रहा है। अथॉरिटी ने जो आदेश जारी किया था उसके अनुसार कार या ऐसी गाडिय़ों से पहले 30 मिनट के लिए 20 रुपए ही शुल्क लेना है। पार्किंग कर्मचारी इस नियम को भी नहीं मान रहे और लोगों को 50 रुपए की पर्ची पकड़ा रहे हैं।ज्यादातर लोग तो यही समझ रहे हैं कि पार्किंग का नियम बदल गया।

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