महिला को परेशान कर रहा था देवर, मौके पर पहुंची तहसीलदार और पुलिस फिर...
कांकेर। प्रदेश में धान खरीदी शुरू हुए एक माह से अधिक समय हो चुके है, लेकिन शहर से सटे मालगांव में एक बुजुर्ग महिला पारवारिक विवाद के कारण जनवरी माह तक अपने खेत में धान कटाई नहीं कर पाई थी। मामला जैसे ही कलेक्टर चन्दन कुमार के संज्ञान में आया उन्होंने प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर भेज बुजुर्ग महिला के खेत की धान कटाई के निर्देश दिए है।
दरअसल पूरा मामला पारिवारिक विवाद से जुड़ा है। बुजुर्ग महिला सुखबत्ति सिन्हा के पति की मौत 3 साल पहले हो गई थी, जिसके बाद से खेत के बंटवारे को लेकर सुखबत्ति का देवर उसे परेशान कर रहा था। धान लगाने के दौरान भी सुखबति और उसके बेटों को सुखबति के देवर लक्ष्मण ने परेशान किया था। अब जब बात नवम्बर माह में धान कटाई की आई तो लक्ष्मण सिन्हा और उसके परिवार ने सुखबत्ति और उसके बेटो से मारपीट कर दी। मामला थाना तक भी पहुचा था, लेकिन खेत मे धान कटाई नहीं हो पाई। परेशान होकर सुखबत्ति ने कलेक्टर चन्दन कुमार से मामले की शिकायत की, जिसके बाद कलेक्टर ने तहसीलदार को मामले की जांच के आदेश दिए। जांच में खेत सुखबति का ही पाए जाने के बाद कलेक्टर ने तहसीलदार को पुलिस सुरक्षा में महिला के खेत की धान कटाई करवाने के निर्देश दिये। आज सुबह तहसीलदार आनन्द नेताम पुलिस जवानों के साथ महिला के खेत पर पहुंचे और धान कटाई शुरू करवाई गई है। तहसीलदार आनन्द नेताम ने बताया कि धान खरीदी शुरू हुए काफी दिन हो चुके है, ऐसे में महिला के पास पंजीयन होने पर उनका धान भी बिकवाया जाएगा ताकि उन्हें दिक्कते न हों।
बुजुर्ग महिला के बेटे विष्णु सिन्हा ने बताया कि 2004 में खेतों का बंटवारा हो गया था, जिसमे 1.80 एकड़ खेत उनके हिस्से में था। लेकिन ऑनलाइन रिकार्ड में त्रुटि के कारण यह खेत उसके चाचा के हिस्से में दिख रहा था, जिसकी शिकायत उन्होने तहसीलदार से की थी। रिकॉर्ड में सुधार भी हो गया था, लेकिन उसके चाचा मानने की तैयार नहीं थे, जिसके कारण ही यह पूरा विवाद हुआ और मामला मारपीट तक पहुच गया और अब प्रशासन की मौजूदगी में धान कटाई करवानी पड़ रही है।