दुर्ग। चंदूलाल चंद्राकर कोविड केयर हॉस्पिटल में 25 वेंटीलेटर युक्त आईसीयू फंक्शनल हो गया है। यहां पर सभी वेंटिलेटर फंक्शनल हो गए हैं तथा मरीजों के केयर के लिए मेडिकल स्टाफ नियुक्त कर दिया गया है। इसके शुरू हो जाने से अब क्रिटिकल मरीजों का बेहतर इलाज हो पाएगा। अस्पताल के नोडल अधिकारी डिप्टी कलेक्टर श्री अरुण वर्मा ने बताया कि कोविड की दूसरी लहर की आपात स्थिति से निपटने बेहद कम समय में कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के निर्देश पर एवं भिलाई निगम आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी के मार्गदर्शन में हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने यह समयसाध्य काम पूरा किया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए हॉस्पिटल के मेडिकल नोडल ऑफिसर डॉ. अनिल शुक्ला ने बताया कि 25 वेंटिलेटर यहां पर लगा दिए गए हैं। बायोमेडिकल इंजीनियर इनकी टेस्टिंग कर चुके हैं। अब क्रिटिकल मरीजों को जरूरत के मुताबिक आईसीयू में शिफ्ट किया जाएगा। आईसीयू के लिए पालियों में डॉ. की आईसीयू स्टाफ नर्स की ड्यूटी लगा दी गई है। डॉ. शुक्ला के अलावा डॉ. अजय ठाकुर एवं डॉ. मनोज दानी आईसीयू केयर की मॉनिटरिंग करेंगे। इस संबंध में जानकारी देते हुए डॉ. सुगम सावंत ने बताया कि आईसीयू मैनेजमेंट के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है। इसके लिए पिछले दिनों रिक्रूटमेंट किए गए थे और उस के माध्यम से स्टाफ नर्स नियुक्त कर लिया गया है। साथ ही चिकित्सकों की भी पर्याप्त व्यवस्था है। वेंटिलेटर बेड्स उपलब्ध हो जाने से क्रिटिकल मरीजों को काफी राहत मिलेगी। इससे कम ऑक्सीजन लेवल वाले मरीजों को भी सपोर्ट सिस्टम मिल पाएगा। इसके पहले ऑक्सीजन की आवश्यकता वाले मरीजों को शंकराचार्य हॉस्पिटल शिफ्ट करना पड़ रहा था। अब 25 बेड का आईसीयू आरंभ हो जाने से मरीजों को यह सुविधा मिल पाएगी। अस्पताल के नोडल अधिकारी डिप्टी कलेक्टर श्री अरुण वर्मा ने बताया कि कलेक्टर महोदय के निर्देश पर और मरीजों की जरूरतों को देखते हुए तेजी से 25 बेड के वेंटीलेटर वाले आईसीयू और एचडीयू बनाने पर रात दिन तेजी से कार्य हुआ और अब आईसीयू पूरी तौर पर फंक्शनल हो गया है। यहां जरूरत के मुताबिक मरीजों को शिफ्ट किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि चंदूलाल चंद्राकर कोविड केयर हॉस्पिटल में मरीजों की आवश्यकता के मुताबिक तेजी से संसाधन बढ़ाए गए। यहां अतिरिक्त चिकित्सकों एवं स्टाफ नर्स की नियुक्ति की गई। ऑक्सीजन बेड्स की संख्या तेजी से बढ़ाई गई। साथ ही नॉर्मल बेड्स की संख्या भी बढ़ाई गई। इसके अलावा हॉस्पिटल मैनेजमेंट को भी निरंतर अपडेट किया गया। साथ ही मरीजों के खाने-पीने की सुविधाएं, दवाओं की उपलब्धता, रेमडेसीवीर जैसी दवाओं की उपलब्धता के संबंध में भी लगातार कार्य किया गया। इसके फलस्वरूप बहुत सारे मरीज जो गंभीर स्थिति में हॉस्पिटल पहुंचे,उन्होंने शानदार रिकवर किया है अब 25 बेड के आईसीयू के शुरू हो जाने से क्रिटिकल मरीजों को भी यहां पर केयर मिल पाएगा।