अमलीडीह की कल्पतरू सोसायटी में बाजे-गाजे के साथ घर-घर फहरा तिरंगा-रायपुर शहर के डॉ. राजेन्द्र प्रसाद वार्ड की श्रीजी कल्पतरू सोसायटी में लोगों ने आज गाजे-बाजे के साथ घरों में तिरंगा झण्डा फहराया। सोसायटी के सदस्य समूह में ढोल बजाते हुए निकले और लोगों को तिरंगे झण्डे बांटे। सभी सदस्यों ने एक दूसरे को आजादी के अमृत महोत्सव की बधाई और शुभकामनाएं दी। आजादी के जयकारे लगाते हुए देश-भक्ति का माहौल बनाया। सोसायटी के सदस्यों ने पास ही के अमलीडीह गांव में जाकर ग्राम वासियों को भी झण्डे बांटे। सोसायटी के सदस्य एम.जे.सफी ने कहा कि देश-भक्ति के इस अभियान में सभी सदस्यों और नागरिकांे की सहभागिता, देश के प्रति हमारे प्रेम और समर्पण को दर्शाती है, वहीं एक अन्य सदस्य संजय पाटिल ने बताया कि सुबह-सुबह जब ढोल- नगाड़े की आवाज कानों में पड़ी तो ऐसा लगा कि कॉलोनी में कोई उत्सव मनाया जा रहा है। सभी के घरों पर लहराते तिरंगों और लोगों के हाथों में तिरंगा झण्डा देखकर मन प्रसन्न हो गया। सोसायटी के ही अन्य सदस्यों श्री वरूण गंजीर श्री प्रमोद सुंदरानी, श्री हिमांशु सहानी, श्री दुश्यन्त ठाकुर, श्री अब्राहम लुकास आदि ने भी आजादी के इस अमृत महोत्सव पर स्वतंत्रता सेनानियों और बलिदानियों को याद किया। सभी ने कहा कि यह उत्सव सभी भारतीयों द्वारा आजादी के लिए अपना सब कुछ बलिदान करने वाले शहीदों को सच्ची श्रद्वांजली है।
उल्लेखनीय है कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 11 से 17 अगस्त तक हमर तिरंगा अभियान संचालित किया जा रहा है। इस अभियान के तहत सभी नागरिकों को अपने-अपने घरों में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है ताकि आजादी के लिए किए गए सघंर्ष और उसमें अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले शहीदों की अमर गाथाओं से आज के पीढ़ी को अवगत कराया जा सके और आम लोगों में देश-भक्ति तथा राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान की भावना बढ़े। इस कार्यक्रम में जिले के सभी सार्वजनिक और शासकीय प्रतिष्ठानों, स्व-सहायता समूहों, सामाजिक संगठनों के साथ-साथ हर नागरिक परिवार की सक्रिय सहभागिता भी सुनिश्चित की जा रही है। समस्त शासकीय भवनों एवं संस्थानों में झण्डा फहराया जा रहा है राज्य शासन के वेबसाइट एवं सोशल मीडिया के माध्यम से इस कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार कर आमजनों को जागरूक किया जा रहा है पॉम्पलेट, बैनर एवं संचार के अन्य माध्यमों से भी झण्डा कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।