सरपंच-ग्रामीणों के भूख हड़ताल से प्रशासन के फुले हाथ-पांव, जर्जर पुलिया का मामला
गरियाबंद। देवभोग के अमलीपदर में बहने वाली सुखतेल नदी पर जर्जर पुलिया के चलते आवाजाही की समस्या को लेकर सरपंच और ग्रामीण भूख हड़ताल पर हैं. वहीं उनके प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन हरकत में आई और पुल से डायवर्टेड सड़क मार्ग बनना भी शुरू हो गया. लेकिन इसके बाद भी वे अपनी भूख हड़ताल जारी रखने पर अड़े हुए हैं.
दरअसल, जर्जर पुलिया को उच्च स्तर का पुल बनाने के लिए दो साल से 7 करोड़ से अधिक का प्रोजेक्ट अधर पर लटका हुआ है. जर्जर पुलिया पर मजबूरी में आवाजाही करने वाले कई लोग हादसे का शिकार हो चुके हैं. इस मामले में बीते दिन यानि 6 अगस्त को क्षेत्रीय विधायक जनक ध्रुव सैकड़ों ग्रामीणों के साथ नदी तट पर एकत्र हुए थे.
जिला प्रशासन के निर्देश पर सेतु विभाग के एसडीओ भी पहुंचे. इस दौरान बंद पड़े जर्जर पुलिया के 3 फिट नीचे बना दिए गए अनुपयोगी डायवर्शन सड़क को लेकर ग्रामीण और अफसर के बीच तीखी बहस हुई. मौके पर पहुंचे एसडीओ ने आक्रोश के बावजूद फंड का अभाव बताकर डायवर्शन मार्ग बनाने में अक्षमता जाहिर कर दिया था. लेकिन आज सुबह से काम शुरू कर दिया गया है.