छत्तीसगढ़

5 साल के बच्चे को अगवा कर 5 लाख की फिरौती मांगने वाले आरोपी को मिली आजीवन कारावास की सजा

Shantanu Roy
6 Sep 2021 2:45 PM GMT
5 साल के बच्चे को अगवा कर 5 लाख की फिरौती मांगने वाले आरोपी को मिली आजीवन कारावास की सजा
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बलौदाबाजार। पांच वर्षीय बालक को अपहरण और फिरौती के लिए 5 लाख मांगने वाले आरोपी को प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश बलौदा बाज़ार के द्वारा सिद्धदोष पाते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। 25 जनवरी 2019 कि सुबह ग्राम कैथा के एक 5 वर्षीय बालक स्कूल वैन में ग्राम पवनी स्कूल जाने के लिए निकला था तभी वैन के चालक को आरोपी के द्वारा फोन करके आवाज बदलते अपहृत बालक का दादा बोल रहा हूं कहते हुए बालक को रास्ते में ग्राम पचरी एटीएम के पास उतारने को बोलकर उसी स्थान से बालक को अपहरण कर बालक के पिता को 5 लाख की फिरौती की मांग की गई थी उक्त सूचना थाना बिलाईगढ पुलिस तात्कालिक थाना प्रभारी महेश ध्रुव को मिलने पर उच्च अधिकारियों को घटना की सूचना देते हुए उच्च अधिकारियों के दिशा निर्देश पर टीम तैयार की गई।

थाना बिलाईगढ़ के एएसआई ओम साहू और उपलब्ध बल के साथ पीड़ित को लेकर तत्काल घटनास्थल पहुंच कर घटनास्थल से जुड़े साक्ष्य एकत्रित कर करते हुऐ सूचना मिला कि एक लडक़ा जो मुंह में गमछा बांधा हुआ है अपने बाइक में एक स्कूली बच्चे को बैठा कर गोरबा, ताला गांव की तरफ जा रहे हैं ष्टष्टञ्जङ्क को देखने और हुलिया मिलान करने पर ग्राम कैथा का ही दुर्गेश साहू से हुलिया मिलान होना बताएं। .
आरोपी दुर्गेश साहू का मोबाइल नंबर बंद था तथा घटना में एक अन्य नंबर का उपयोग कर रहा था आरोपी दुर्गेश साहू का लोकेशन लेते हुए आगे बढ़े साथ ही उस रूट का सीसीटीवी कैमरा चेक करने पर आरोपी दुर्गेश साहू के द्वारा बालक को बिर्रा और डबरा के शराब भट्टी के सीसीटीवी में दिखा था तथा आरोपी के द्वारा अपने आवाज को बदलते हुए बालक के पिता को कॉल करके 500000 की फिरौती की मांग कर रहा था।
आरोपी दुर्गेश साहू को ग्राम सपोस, डभरा जांजगीर के पास ग्राउंड से गिरफ्तार किया गया साथ ही अपहृत बालक को बरामद किया गया था । आरोपी दुर्गेश साहू गिरफ्तारी सजा के निर्णय तक करीबन 2 साल 7 माह 9 दिनों तक न्यायिक अभिरक्षा में निरुद्ध था जिस पर न्यायाधीश ऋषि कुमार बर्मन प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश बलौदाबाज़ार के द्वारा आरोपी दुर्गेश साहू को उक्त मामलों में सिद्ध दोष पाते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
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