रायपुर। राजधानी में आज मौदहापारा थाना क्षेत्र अंतर्गत रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाज़ारी करते 4 आरोपी गिरफ्तार किये गए थे। जिस पर व्यापारी एकता पैनल के योगेश अग्रवाल ने कालाबाजारी करते रंगे हाथों पकड़े गये अभियुक्तों पर कार्यवाही करने के लिए एसपी से आग्रह किया है। व्यापारी एकता पैनल छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कामर्स रायपुर आपसे आग्रह करता है, कि आज कोरोना महामारी में मुख्य सहायक इंजेक्शन रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने वाले युवकों
को क्राइम ब्रांच अधिकारी रमाकांत साहू के निर्देशन में रंगे हाथों पकड़ा गया, जो कि प्राणदायी दवा की कमी के चलते कई गुना दामों में ब्लैकमार्केटिंग करते हुए पकड़े गये। लेकिन कमजोर कानून व्यस्था के चलते आरोपियों को जमानत मिल गई। कोरोना महामारी के प्रकोप के चलते रोजाना सैकड़ो लोगों की मौत छग में हो रही है। और सोचने वाली बात ये है कि जो युवक पकड़े गये है, उनमें दो अभियुक्त वर्तमान में छग चेम्बर ऑफ कामर्स रायपुर के हेल्प डेस्क टीम के प्रमुख सदस्य है। जिन्हें जान बचाने की जिम्मेदारी दी हुई है, वे जनता की जान लेने के लिए ही मुनाफाखोरी में संलिप्त है। यह महामारी अधिनियम 1860 की धारा 188,1897 की 2 व 3, 2005 की 51-60 की इन सभी धाराओं का उलंघन जान बूझकर किया है। ऐसे आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल में बंद करना चाहिए।
छग की जनता पूछती है
1.छग चेम्बर ऑफ कामर्स रायपुर द्वारा बनाई गई हेल्प डेस्क में उक्त अभियुक्त शामिल नहीं?
2. क्या यह हेल्प डेस्क टीम छग चेम्बर ने नहीं बनाई?
3. जब सभी कुछ सही था,तो बनाई गई हेल्प डेस्क समिति को तत्काल भंग क्यूँ कर दिया गया ?