छत्तीसगढ़

पुलिस को चकमा देकर भागा आरोपी, हुआ गिरफ्तार

Shantanu Roy
29 July 2022 7:05 PM GMT
पुलिस को चकमा देकर भागा आरोपी, हुआ गिरफ्तार
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छग

अंबिकापुर। शहर में पिछले दो वर्षों में हुए चोरी के 40 से भी अधिक मामलों में शामिल आरोपित पिंटू पांडेय गुरुवार की शाम पुलिस कर्मियों को चकमा देकर भाग निकला। उसके साथ चोरी की घटनाओं में ही शामिल राजा खान नामक आरोपित भी पुलिसकर्मियों को चकमा देकर भागने में सफल हो गया था लेकिन उसे न्यायालय के नजदीक घेराबंदी कर पकड़ लिया गया। पिंटू पांडेय को दोबारा पकड़ने के लिए सारी रात पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने आरोपित को पकड़ने न सिर्फ विशेष टीम को लगाया है बल्कि सुरक्षा में हुई चूक की जांच भी शुरू करा दी है। जानकारी के अनुसार चोरी के मामले में रीवा मध्यप्रदेश निवासी पिंटू पांडेय (31),मूलतः पलटन बाजार सदर कोतवाली प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश )निवासी व घोघर रीवा मध्यप्रदेश तथा अंबिकापुर के सुभाषनगर में रहने वाले राजा खान उर्फ बाबू उर्फ मैक्स(30) के साथ चोरी का सामान खरीदने के आरोप पर निपनिया वार्ड नंबर एक रीवा निवासी सराफा व्यवसायी निखिल सोनी उर्फ काजू( 28) को कड़ी मेहनत कर सरगुजा पुलिस ने अप्रैल 2022 को गिरफ्तार किया था।

गुरुवार को करीब 30 अन्य बंदियों के साथ इन दोनों आरोपितों की भी न्यायालय में पेशी थी।एक उपनिरीक्षक के साथ लगभग डेढ़ दर्जन पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। सभी की पेशी पूरी हो जाने के बाद जब इन्हें वाहन में बैठाकर जेल ले जाने की तैयारी की जा रही थी तभी पिंटू पांडेय और राजा खान सुनियोजित तरीके से पुलिसकर्मियों को धक्का देकर तेजी से दो अलग-अलग दिशाओं में भागने लगे।चूंकि अन्य बंदी भी थे इसलिए सभी पुलिसकर्मियों का उनके पीछे भागना उचित नहीं था लेकिन ड्यूटी पर तैनात कुछ पुलिसकर्मियों ने त्वरित निर्णय लेते हुए उनका पीछा किया।बंदी राजा खान को तो तत्काल पकड़ लिया गया लेकिन पिंटू पांडेय भाग निकला। पुलिस अधीक्षक को जैसे ही घटना की सूचना मिली उन्होंने तत्काल पुलिस की अलग-अलग टीमों को खोजबीन में लगाया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला के नेतृत्व में सारी रात फरार बंदी की खोजबीन की गई लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका।अंबिकापुर शहर में आरोपित पिंटू पांडेय किराए में निवास करता था उसे शहर की भौगोलिक परिस्थतियों की भी जानकारी रही होगी। शुक्रवार शाम तक उसका कुछ पता नहीं चल सका।उसके छिपने के संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दी जा रही है।बता दें कि इन आरोपितों के कब्जे से चोरी का लगभग आधा किलो सोना,ढाई किलो चांदी, सूडान की दो करंसी और साढ़े चार लाख रुपये नकद तथा घटनाओं में प्रयुक्त दो स्कूटी और औजार सहित लगभग तीस लाख का सामान बरामद किया गया था। आरोपित बाबू उर्फ राज खान तथा पिंटू पांडेय अंबिकापुर के अलग-अलग मोहल्ले में रहकर चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे। दोनों आरोपितों द्वारा पिछले दो वर्षों में शहर में चालीस से भी अधिक चोरी की घटनाओं में शामिल थे। पकड़े जाने से पहले आरोपित शहर में चाइनीज खाद्य सामग्रियों का एक ठेला भी लगाते थे। आरोपित पिन्टू पांडे बाबूपारा में तथा राज खान सुभाषनगर में किराए के मकान में निवास कर चोरी किया करते थे।
सिलसिलेवार चोरी कर रहे थे दोनों आरोपित
शहर में इस साल के शुरुआत में चोरी की लगातार घटनाओं ने पुलिस की मुश्किलें बढ़ा दी थी। एसपी ने विशेष टीम गठित कर घटनास्थल के आसपास के सीसी कैमरों की फुटेज की जांच करानी शुरू की थी। रात-दिन पुलिसकर्मी साइबर सेल में बैठकर फुटेज की जांच कर रहे थे। कुछ घटनास्थल पर एक हल्के पीले रंग की स्कूटी के साथ दो लोग संदिग्ध रूप से नजर आए थे। इस स्कूटी को पुलिस ने गांधीनगर इलाके में पकड़ा। उसमें आरोपित पिंटू पांडेय सवार था। सख्ती हुई तो उसने बाबू उर्फ राज खान के साथ चोरी करना स्वीकार किया था। एएसपी विवेक शुक्ला के साथ पुलिस की एक टीम को तत्काल उत्तरप्रदेश के प्रतापगढ़ भेजा गया था। वहां राज खान पकड़ा गया था। वहां की पुलिस से भी मदद मिली थी।
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