तेलघानी नाका से भारत माता चौक तक असामाजिक तत्वों का आतंक
सट्टा-जुआ, गांजा का अवैध कारोबार चल रहा बेखौफ
नागरिकों ने की गुढिय़ारी ताने में शिकायत, कार्रवाई नहीं हुई तो करेंगे आंदोलन
रायपुर। तेलघानी नाका, तिरंगा चौक, रामनगर, शिखर काम्प्लेक्स, महानदी अस्पताल से लेकर भारत माता चौक तक असामाजिक तत्वों की हरकतों से आमजन हलाकान है। यहां के रहवासियों ने गुढिय़ारी थाना में सामूहिक शिकायत की है कि सट्टा,जुआ, खुले आम शराब पीने वालों से इस मार्ग से राहगीरों का निकलना बहुत ही पीड़ा दायक है। सडक़ पर नशेड़ी मनचले आते-जाते महिलाओं, स्कूली बच्चियों पर छिटाकशी, छेड़छाड़ आम बात हो गई है। विरोध करने पर ब्लेड, चाकू, मारने की धमकी देने के साथ अनावश्यक विवाद करने पर उतारू हो जाते है। इसलिए नागरिकों ने मांग की है कि नशेडिय़ों और सट्टा -जुआ खिलाने वाले असामाजिक तत्वों पर पुलिस सख्त कार्रवाई कर नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करने की जरूरत महसूस की जा रही है। यहां पर सुबह शाम मनचलों की हरकतों से महिलों और स्कूली बच्चियों का आना-जाना दूभर हो गया है। परिजन विरोध करते है तो मारने पर उतारी होकर गैंगवार को अंजाम देते है।
नागरिकों ने पुलिस से कहा है कि गुढिय़ारी तेलघानी नाका ओव्हर ब्रिज से भारतमाता चौक वाली रोड में सामुदायिक भफवन, सुलभ शौचालय, संत रामदास वार्ड 25 -2कचरा ट्रेचिंग ग्राउंड, तिरंगा चौक, बारतमाता रामनगर के चौक ठीक सामने शिकर काम्प्लेक्स, महानदी अस्पताल के सामने कुछ युवकों व्रार जुआ, सट्टा , शराब खोरी एवं अन्य सूखा नशा कर आने जाने वालों से बेवजह वाद -विवाद करते है. वहीं रोड पर भारत माता वाली रोड एवं सामुदायिक भवन के सामने लोगों को बेवजह विवाद और मारपीट का शिकार होना पड़ता है। आसपास के रहने वाले नागरिकों का कहना है कि इस क्षेत्र के बिगड़ैल नशेड़ी चाकू, ब्लेड से नागरिकों से अवैध वसूली करते है, नहीं देने पर चमकाते है। पुलिस को चकमा देने के लिए इन असामाजिक तत्वों का तगड़ी नेटवर्क है। पुलिस की आवाजाही के लिए एक मुखबिर को रखा गया है जो पुलिस के आने जाने की सूचना देता है। नागरिकों का कहना है कि सैकड़ों लोग इस तरह की घटना के शिकार हो चुके है, पुलिस में शिकायत करने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने असामाजिक तत्वों को हौसले बुलंद है। अत: थाना प्रभारी से आग्रह है कि इन पाइंंटरों पर नियमित गश्त के साथ एक अस्थायी चौकी बनाए ताकि इन पर निगरानी रखा जा सके। भय भरे माहौल से मुक्त कराने की गुहार के साथ नागरिकों ने चेतावनी दी है कि यदि कार्रवाई में कोताही बरती गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी।