छत्तीसगढ़

सदन में चंद्राकर और बघेल के बीच तनातनी

Nilmani Pal
16 Dec 2024 8:49 AM GMT
सदन में चंद्राकर और बघेल के बीच तनातनी
x
छग

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है। पहले दिन बैठक की शुरूआत में सदन में राजगीत अरपा पैरी के धार गाया गया। इसके बाद विधानसभा के पूर्व दिवंगत सदस्यों को श्रद्धाजंलि दी गई। उनके सम्मान में कुछ देर कार्यवाही स्थगित रहने के बाद फिर से कार्यवाही शुरू हुई है। प्रश्नकाल के दौरान सदन में कांग्रेस सरकार के समय सरकारी जमीनों पर कब्जे का और सड़कों के निर्माण के लिए वन विभाग से अनुमति का मुद्दा गूंजा।

इसके बाद शून्यकाल में कई संशोधन अध्यादेश, अंकेक्षण रिपोर्ट, वार्षिक प्रतिवेदन सदन के पटल पर रखी गई। इस दौरान स्थगन प्रस्ताव के जरिए कांग्रेस विधायक भूपेश बघेल ने धान खरीदी की अव्यवस्था मुद्दा उठाया। भूपेश बघेल ने कहा कि टोकन सिस्टम में भारी अव्यवस्था है। ऑनलाइन-ऑफलाइन के चक्कर में छोटे-बड़े किसान पिस रहे हैं। बरदाना नहीं हैं। धान खरीदी हो पाएगी या नहीं? इस बात को लेकर किसान डर रहे हैं। इस दौरान सत्ता पक्ष के विधायकों ने टोकाटाकी की। उन्होंने कहा कि राइस मिलर्स आपके समय का भुगतान मांग रहे हैं।आपने अपने समय का भुगतान क्यों नहीं किया? इस पर भूपेश बघेल ने कहा कि धान खरीदी केंद्र में किसानों से पैसा मांगा जा रहा हैं। दो तरह की मशीन नमी मापने के लिए है। इसके बाद सदन में हंगामा हुआ। पक्ष और विपक्ष के विधायक ने नारेबाजी शुरू की।

अजय चंद्राकर ने कहा कि भूपेश बघेल किस नियम के तहत भाषण दे रहे हैं। भूपेश ने कहा स्थगन प्रस्ताव की ग्राह्यता पर। अजय चंद्राकर बोले, अभी तो विषय ग्राह्य हुआ नही, फिर भाषण क्यों? हंगामें के बीच विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने संक्षिप्त में अपनी बात रखने की अपील की। वहीं कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने धान खरीदी का मुद्दा उठाया और कहा कि 21 क्विंटल के हिसाब से टोकन नहीं मिल रहा है। प्रदेश भर के किसान परेशान है। सत्तापक्ष से धर्मजीत सिंह, अजय चंद्राकर ने फिर आपत्ति जताई और कहा कि शून्यकाल में धान पर चर्चा हो रही। फिर ग्रह्यता पर ही निर्णय ले लिया जाए। विधानसभा अध्यक्ष ने आगे ग्रह्याता पर चर्चा जारी रखने की व्यवस्था दी।

Next Story