छत्तीसगढ़

गृहमंत्री बताएं, छत्तीसगढ़ कॉलेज किस पुलिस थाने का इलाका...

Admin2
30 July 2021 6:02 AM GMT

होटल की आड़ में सट्टा, महाविद्यालय के आस पास सटोरियों का डेरा

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। डीजीपी बंगला और छत्तीसगढ़ कॉलेज के आस-पास अब सट्टेबाजों ने अपना अड्डा जमा लिया है। रवि-दिनेश के गुर्गे रोजाना इन इलाकों से सट्टा खिला रहे है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रवि के गुर्गे अब दिनेश का हाथ पकड़कर उसके साथ काम करना शुरू कर दिया है। डीजीपी बंगले के पास ही इन सटोरियों ने अपना अड्डा बना लिया है। रोजाना चाय-नास्ता के होटल की आड़ में सट्टा पर्ची काटने का काम। सिविल लाइन थाना पुलिस के नाक के नीचे से ये सट्टे का कारोबार खुलेआम चल रहा है, आकाशवाणी कालीमंदिर के आगे, डीजीपी साहब के बंगले के पीछे, नाले के पास रवि साहू और दिनेश गैंग के गुर्गे खुलेआम महिलाओं और बच्चो को मिलाकर सट्टा-पट्टी काटते और अवैध कारोबार को संचालित करते है। रायपुर में पुलिस ने अभियान चलाकर सट्टेबाजों पर कार्रवाई की थी मगर उसके बाद कार्रवाई ठंडे बस्ते में चला गया।

दिनेश के गुर्गे हुए सक्रिय

शहर खुलेआम सट्टा और जुआ का खेल चल रहा है। शाम होते ही सट्टा लगना शुरू हो जाता है और देर रात तक चलता है। खुलेआम चले रहे इस कारोबार पर न तो पुलिस की नजर है और ना ही वह इस पर लगाम कसने का प्रयास कर रहे हैं। यही वजह है कि यह कारोबार लगातार बढ़ता जा रहा है। राजधानी का नामी सटोरिया जो कालीबाड़ी, नेहरू नगर, गांधी नगर में अपना सट्टा कारोबार फैलाए हुए है। जिसकी वजह से रवि भी अभी शहर के बाहर घूम रहा है। मगर उसके गुर्गे शहर में उसकी कुर्सी के आड़ में उसके गुर्गे अपना कारोबार शुरू कर दिए है। वही रवि के गुर्गों ने अपना कारोबार चालू किया और उसके नाम का फायदा उठा रहे है।

कार्रवाई ना करने के लिए पुलिस पर बनते दबाव

राजधानी में पुलिस को गुंडे-बदमाशों के साथ सटोरियों और जुआरियों का फड़ लगाने वालों के साथ इन्हें संरक्षण देने वाले छुटभैया नेताओं से रोज जूझना पड़ता है। सामान्य तौर पर बड़े पुलिस अधिकारी और पुलिस के पुराने अधिकारी यह मानते है कि सारे अवैध कारोबार के पीछे राजनीतिक संरक्षण देने वालों का हाथ है, जिसके कारण राजधानी में सट्टा-जुआ और नशे के कारोबारियों पर हाथ डालते ही राजनीतिक दबाव बनना शुरू हो जाता है। पुलिस अपराध नियंत्रण करने के लिए तरह-तरह के प्रयोग करने के साथ जागरूकता अभियान भी चला कर देख चुकी है। लेकिन अवैध कारोबार की चुनौती कम नहीं हो रही। अवैध कारोबार में राजनीतिक संरक्षण ही पुलिस के काम में सबसे बड़ा बाधक है।

बड़े खाईवालों की फौज हुई खड़ी

राजधानी में सट्टा खाईवालों की फौज खड़ी हो गई है। सूत्र बताते हैं कि शहर में कई ऐसे स्थान हैं, जहां शाम होते ही महफिल सज जाती है। माना जा रहा है कि राजधानी में रोजाना लाखों रुपये का सट्टा और जुआ खेला जा रहा है। सूत्रों की मानें तो राजधानी में कई ऐसी जगहों में जुआ संचालित हो रहा है, जहां पांच से 10 लाख रुपये शो मनी रखी गई है। सटोरियों को लाइन देने वालों को यह जानकारी पहले से होती है।

अधिकारी के रिश्तेदार भी कर रहे गांजा कारोबार

रोजाना प्रदेश में गांजा भी पकड़ा रहा है। वही जशपुर जिले के पत्थलगांव के एसडीएम कार्यालय के रीडर के साले को पुलिस ने 300 ग्राम गांजे के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि काले रंग का शर्ट पहना हुआ एक युवक गांजा बिक्री करने के लिए ग्राहक तलाश रहा है। मुखबिर की सूचना पर जब पुलिस ने मुखबिर के द्वारा बताए जगह बस स्टैंड जाकर युवक की खोजबीन शुरू की तो युवक के पास 300 ग्राम गांजा बरामद हुआ। युवक का नाम राकेश कुमार उम्र 24 वर्ष निवासी शिशु मंदिर के सामने का रहने वाला है। थाना प्रभारी संतलाल आयाम ने बताया कि आरोपी राकेश एसडीएम के रीडर का साला है। आरोपी के विरुद्ध धारा 20 बी एनडीपीसी एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए जेल भेजा गया।

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