कोरबा। 17 साल की एक किशोरी ने चूहा मारने की दवा खा ली, स्थिति बिगड़ने पर उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां काफी प्रयास के बाद भी डाक्टर उसे बचा नहीं सके और उसकी मौत हो गई। जहर सेवन का कारण अज्ञात है। कटघोरा थाना क्षेत्र में निवासरत भारती केंवट 17 वर्ष घर में पांच भाई बहनों में सबसे छोटी थी।
कक्षा आठवीं के बाद उसने पढ़ाई छोड़ दी थी और घर पर ही रह कर काम करती थी। पिता साध राम ने बताया कि रात एक साथ खाना खाया। उसके बाद भारती अपने कमरे में सोने चली गई और वह भी अपने कमरे में सो गया था। सुबह भारती उठी तो उसकी तबियत बिगड़ने लगी और उसे कटघोरा स्थित स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। हालत बिगड़ते देख डाक्टरों ने उसे जिला मेडिकल कालेज में रेफर कर दिया, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
जिला अस्पताल चौकी प्रभारी दाऊद कुजूर ने बताया कि मेडिकल कालेज से मिले मेमो के आधार पर स्वजनों का बयान दर्ज किया गया है। उनका कहना है कि उन्हें जहर खाने की बात की जानकारी नहीं थी। बहरहाल मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर पंचनामा किया और पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार के लिए शव स्वजनों को सौंप दिया।