छत्तीसगढ़

शिक्षिका को छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के खेलों से याद आया बचपन, देखें वीडियो

Nilmani Pal
19 April 2023 10:18 AM GMT
शिक्षिका को छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के खेलों से याद आया बचपन, देखें वीडियो
x

रायपुर। भेंट-मुलाकात में आज सीएम भूपेश बघेल रायपुर पश्चिम विधानसभा की जनता से बातचीत कर रहे है. शहरी स्वस्थ्य स्लम योजना मोबाइल मेडिकल यूनिट योजना के लाभान्वित हितग्राही दुर्गा यादव ने बताया कि योजना का लाभ क्षेत्र के लोगों को मिल रहा है। आवास नियमितीकरण योजना से लाभान्वित मोहित साहू ने मुख्यमंत्री को बताया कि नियमितीकरण का फ़ार्म भरा हूं, स्वीकृत हो गया है। मोहित ने इस योजना के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। ऑनलाइन भवन अनुज्ञा से लाभान्वित तुषार ठाकुर ने बताया पहले जटिल प्रक्रिया थी, अब किसी का चक्कर लगाने का जरूरत नहीं है। निलय गुप्ता ने बताया कि पहले 18 हज़ार की दवाई लेनी पड़ती थी, अब आपके द्वारा लागू की गई धन्वंतरी योजना से दवाई सिर्फ 5 हजार 7 सौ 20 रूपए में मिल जाती है। रवि गोस्वामी ने बताया कि उनका आठ साल का बेटा थैलीसीमिया से पीड़ित है, मदद के अनुरोध पर मुख्यमंत्री ने पूरी राशि के इंतजाम का आश्वासन दिया। भुवन लाल यादव ने बताया कि घर के बच्चों का जाति प्रमाण पत्र बनवाया है। तीन बच्चे स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री का धन्यवाद दिया।

टाटीबंध निवासी बलजीत कौर ने बताया कि ९०-९१ हजार रुपए का गोबर बेच चुकी हैं। डेयरी चलाती हैं। छह गाय है अभी। मुख्यमंत्री से गोबर का रेट बढ़ाने कहा। इस पर मुख्यमंत्री ने मजाक में उनसे दूध का रेट कम करने कहा ताकि ग्राहकों का भी कुछ फायदा हो ! मुख्यमंत्री से बात करते हुए राजीव युवा मितान क्लब के सदस्य भीम यादव ने मितान योजना को बहुत अच्छी योजना कही। भीम ने कहा कि इस योजना के आने से वह सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों से जुड़ पा रहे हैं। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की लाभान्वित शारदा मरकाम ने बताया कि उसके तीन साल के बेटे को इस योजना का बहुत लाभ मिला है। आंगनबाड़ी की बहनें उसे अंडा, केला और गरम भोजन देती थीं। अब बेटे का वजन अच्छा हो गया है।

छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की प्रतिभागी केंदा सोनकर ने बताया कि गेड़ी दौड़ और लंबी कूद में प्रथम आई हूं। फुगड़ी, गिल्ली डंडा और बांटी भी खेली हूं। खेल मुझे बहुत पसंद है। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में कई सालों बाद खेलने का मौका मिला। स्कूल शिक्षिका को छत्तीसगढ़िया ओलपिंक के खेलों से याद आया बचपन।


Next Story