शिक्षक को मिला नायक का दर्जा, कबाड़ से जुगाड़ कर छोटे बच्चों मे विकसित करते है वैज्ञानिक सोच
रायपुर। कबाड़ सेजुगाड़ कर नेक कला सिखाकर, छोटे बच्चों मे वैज्ञानिक सोच विकसित करने एवं अध्ययन मे मदद करने वाले शिक्षक श्री खिलेश्वर बरिहा सहायक शिक्षक प्राथमिक शाला पटेलपारा पोंदुम संकुल-पोंदुम विकासखंड दंतेवाड़ा में पदस्थ है। खिलेश्वर बरिहा कबाड़ से जुगाड़ के तहत शिक्षा में उपयोगी सामग्री बनाकर बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में अपना अमूल्य योगदान दे रहे हैं। उनके द्वारा अपने घर, कर्म स्थल या आसपास से अनुपयोगी एवं पुराने सामानों, जैसे पुराने इलेक्ट्रॉनिक सामान, बैटरी, पॉलीथिन, प्लास्टिक के डिब्बे, बोतल, बर्तन, पुराने कॉपी, किताबों के पन्नों से एवं रंगीन कागज आदि से शून्य निवेश पर अध्ययन-अध्यापन में उपयोगी अनेक वस्तुओं का निर्माण कर नन्हे-मुन्ने बच्चों को सरल एवं मनोरंजन ढंग से पढ़ाते हैं। कोविड-19 की समस्या के कारण जब विद्यालय बंद हुए तब वह पारा मोहल्ला कक्षाओं में अपना समय देकर अध्यापन कार्य करवा रहे थे।
उस समय बच्चों को इन कक्षाओं की ओर आकर्षित करने में यह युक्ति इनके लिए बहुत ही उपयोगी रहा है। जिससे कबाड़ से जुगाड़ के अंतर्गत बच्चों को कक्षाओं की ओर आकर्षित करने में इन्हें यह युक्ति बहुत फायदेमंद रहा है। कबाड़ से जुगाड़ के अंतर्गत बच्चों को कागज से तितली, गमला, फूल आदि बनाना सिखाया। कबाड़ से जुगाड़ के अंतर्गत रंगीन गिनती का बगीचा बनाकर छोटे बच्चों को सरलता से गिनती सिखाने में मदद किया। गिनती के बगीचे के माध्यम से इन्हें अंक पहचानने के लिए भी मूल्यांकन करते हैं। इनके पास शून्य निवेश नवाचार के माध्यम से गिनती के रंगीन बगीचे में चाय का डिस्पोजल कप, आइसक्रीम स्टिक, बचा पुराना पेंट, रंगीन कागज या पुराने पेपर के माध्यम से सुंदर मनचाहे आकृति में आइसक्रीम स्टिक्स पर डिस्पोजल्स को फूलों की आकृति में चिपकाकर प्रिंट करके रंगीन कागज को भी पत्तियों की तरह चिपका कर बनाया गया है जिसकी लागत शून्य है। मोहल्ला संचालन, सूखा राशन वितरण, वीडियो द्वारा अध्यापन, कोविड-19 के दौरान छात्र हित में धैर्य एवं निष्ठा के साथ किया जा रहा है। इनके ब्लॉक को टी विजयलक्ष्मी शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दंतेवाड़ा के व्याख्याता के द्वारा लिखा गया। यहां पर यह बताना जरूरी है कि श्री खिलेश्वर बरिहा के स्कूल से ही एक छात्र गोमी मंडावी का भी चयन हमारे नायक के रूप में सीजी पोर्टल पर हुआ है। जिन्हे बरिहा के द्वारा मार्गदर्शन दिया गया था और यह उपलब्धि गुरु शिष्य को एक पोर्टल पर मिलना जिला दंतेवाड़ा के लिए गौरव की बात। जिला शिक्षा अधिकारी राजेश कर्मा, जिला मिशन समन्वयक एस एल शोरी, सहायक परियोजना समन्वयक ढलेश आर्य ने इन्हे सीजी स्कूल पोर्टल में सम्मान मिलने पर बधाइयां शुभकामनाएं प्रेषित किए हैं।