
जगदलपुर। जिला प्रशासन बस्तर के मार्गदर्शन में जिले में टीबी-कुष्ठ को मिटाने के लिए 1 दिसम्बर को "सघन टीबी-कुष्ठ खोज अभियान" का शुभारम्भ किया गया। 21 दिसम्बर तक चलने वाले इस अभियान में हर एक मरीज की स्क्रीनिंग एवं उपचार किया जाएगा। अभियान के दौरान मितानिन के द्वारा अपने कार्यक्षेत्र में घर-घर भ्रमण कर टीबी एवं कुष्ठ रोग के लक्षण के आधार पर संभावित मरीजों की पहचान की जाएगी।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.के.चतुर्वेदी ने बताया: "जिले में टीबी-कुष्ठ रोग के रोकथाम के लिये युद्धस्तर पर मरीजों की पहचान और त्वरित इलाज की व्यवस्था की गयी है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों में टीबी-कुष्ठ की बढ़ती समस्या और उसके प्रसार को रोकना है। टीबी के सम्बंध में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया: "तीन सप्ताह या अधिक समय खांसी, लंबे समय से बुखार और शाम के दौरान बुखार का बढ़ जाना, सांस फूलना, लगातार वजन घटने, सीने में दर्द, बलगम के साथ खून आना, बार बार लूज मोशन होने की स्थितियों में टीबी की जांच अवश्य करवाना चाहिए। वहीं पहले से इलाज करवा रहे मरीज नियमित रूप से दवा का पूरा सेवन करें।"
वहीं कुष्ठ रोग के सम्बंध में उन्होंने बताया: "कुष्ठ रोग के कारण प्रभावित अंगों में अक्षमता एवं विकृति आ जाती है, इसलिए छुपे हुए केस को जल्दी से जल्दी खोज कर एवं जांच उपचार कर कुष्ठ रोग का प्रसार रोका जा सकता है और सामाज को कुष्ठ मुक्त कर सकते हैं। कुष्ठ रोग लाइलाज नहीं है। कुष्ठ रोग का पूर्णत: उपचार संभव है। वहीं कुष्ठ रोग के इलाज में देरी से विकलांगता हो सकती है। कुष्ठ रोगियों को स्पर्श करने से कुष्ठ रोग नहीं होता है।"
जिला टीबी उन्न्मूलन अधिकारी सी.आर.मैत्री ने बताया: "1 दिसम्बर से 21 दिसम्बर तक चलने वाले इस अभियान के दौरान 591 गांवों के कुल 1.85 लाख घरों का सर्वे होगा। जिलेवासियों से अपील है कि, सर्वे के दौरान टीबी-कुष्ठ के लक्षण वाले व्यक्ति अपने रोग को छिपाएं नहीं, बल्कि लक्षणों के बारे में खुलकर बताएं। टीबी और कुष्ठ बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए भारत सरकार ने वर्ष 2025 तक का लक्ष्य तय किया है। वहीं छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश को वर्ष 2023 तक इन रोगों से मुक्त करने का बीड़ा उठाया है।" उक्त कार्यक्रम के मुख्य अतिथि यशवर्धन राव (सभापति पीडब्ल्यूडी नगरनिगम जगदलपुर), आर के चतुर्वेदी (सीएमएचओ), वी के ठाकुर ( डीएलओ), सी आर मैत्री (डीटीओ), रीना लक्ष्मी लेडीया(डीपीएम), संजीव डूबे (सीपीएम) सहित स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारीगण, मितानिन व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सम्मिलित हुए।