छत्तीसगढ़

मवेशियों में दिखें लंपी वायरस के लक्षण, जांच के लिए भेजे गए सैंपल

Shantanu Roy
29 Nov 2022 3:41 PM GMT
मवेशियों में दिखें लंपी वायरस के लक्षण, जांच के लिए भेजे गए सैंपल
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धमतरी। जिले के कुछ गांवों के मवेशियों में लंपी वायरस के लक्षण मिल रहे हैं। लक्षण वाले कुछ मवेशियों की मौत भी शुरू हो गई है। पशु चिकित्सा विभाग द्वारा ऐसे गांवों के मवेशियों का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए है, लेकिन अभी तक रिपोर्ट नहीं मिली है। क्षेत्र के ग्राम जोरातराई के मवेशियों में यह बीमारी तेजी से फैल चुकी है। हर तीसरे-चौथे घर के मवेशियों में लंपी वायरस के लक्षण है और इस गांव में अब तक तीन से चार मवेशियों की मौत हो चुकी है। इस बीमारी से गांव के पशुपालकों में हड़कंप मच गया है। भखारा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत जोरातराई है। यहां पिछले कुछ दिनों से मवेशियों के पूरे शरीर पर फोड़ा हो रहा है वह फट भी रहा है।
इससे खून भी बह रहा है। इस बीमारी से गांव में करीब तीन से चार बछड़ों की मौत भी हो चुकी है। मवेशियों में तेजी से बीमारी के फैलने के बाद लोगों ने पशु चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों से संपर्क किया। विभागीय अधिकारी इसे लंपी वायरस के लक्षण मानकर मवेशियों को टीका लगा रहे हैं। इस वायरस के फैलने से गांव के पशु पालकों में हड़कंप मच गया है, क्योंकि यह वायरस गांव के पशु पालने वाले हर तीसरे-चौथे मवेशियों पर है। इससे ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है। पशु चिकित्सा विभाग के उपसंचालक एमएस बघेल का कहना है कि जोरातराई गांव में पशुओं में इस बीमारी के लक्षण होने की जानकारी मिली है।
कुछ गांवों के सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट में पुष्टि होते ही टीकाकरण शुरू कर दिया जाएगा। गांव की सरपंच सविता गंजीर ने बताया कि लंपी वायरस के लक्षण गांव के कई मवेशियों में है। कुछ पशु पालकों के मवेशियों की मौत इस बीमारी से भी हो गई। पशुपालक दीपक कुमार के मवेशियों की मौत इस बीमारी से हुई है। पशुपालक चिंताराम समेत अन्य पशुपालकों के मवेशियों की इस तरह के लक्षण है, जो दिनोंदिन कम होने की बजाय बढ़ते जा रहे हैं। गांव में बड़ी संख्या में मवेशी है, इससे पशुपालक भयभीत हैं। सरपंच सविता गंजीर ने कहा कि मवेशियों में यह वायरस तेजी से फैल रहा है।
ऐसे में इस बीमारी के रोकथाम के लिए पशु चिकित्सा विभाग को गांव में शिविर लगाकर उपचार करना चाहिए। समय रहते यदि ऐसा नहीं किया गया, तो कई मवेशियों की मौतें हो सकती है। उन्होंने जिला प्रशासन से शीघ्र ही इस गांव में शिविर लगाकर मवेशियों के टीकाकरण व उपचार की मांग की है। इस क्षेत्र में काम कर रहे पशु चिकित्सकों का कहना है कि लंपी वायरस से बचाव के लिए करीब एक लाख टीका प्राप्त हुआ है, इसे मवेशियों में लगाया जा रहा है। अब तक क्षेत्र के 50 हजार मवेशियों को टीका लगाया जा चुका है।
पशु चिकित्सा विभाग के उपसंचालक एमएस बघेल ने बताया कि ग्राम पंचायत जोरातराई के मवेशियों में लंपी वायरस के लक्षण मिलने की जानकारी मिली है। जल्द ही मवेशियों का सैंपल कर जांच के लिए भेजा जाएगा। इससे पहले ग्राम जोरातराई व गातापार के मवेशियों का सैंपल लेकर जांच के लिए 17 नवंबर को भेजा गया है, लेकिन रिपोर्ट अब तक नहीं मिल पाया है। लंपी वायरस के प्रवेश होने से मवेशियों के पूरे शरीर में फोड़े हो जाते हैं। बुखार समेत अन्य लक्षण दिखाई देते हैं। इससे मवेशियों पर खतरा मंडराता रहता है। इस तरह के लक्षण होने पर पशुपालक शीघ्र ही पशु चिकित्सा विभाग को इसकी जानकारी दें।
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