छत्तीसगढ़

सूरजपुर पुलिस ने की कार्रवाई, 2 लाख की ठगी मामले में साइबर अपराधी को किया गिरफ्तार

Admin2
31 Aug 2021 7:28 AM GMT
सूरजपुर पुलिस ने की कार्रवाई, 2 लाख की ठगी मामले में साइबर अपराधी को किया गिरफ्तार
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छत्तीसगढ़। सूरजपुर पुलिस ने 2 लाख की ठगी मामले में साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक हॉस्पिटल कॉलोनी विश्रामपुर निवासी महेन्द्र लाण्डेय ने थाना विश्रामपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि 18 जुलाई को इसके मोबाईल पर अज्ञात मोबाईल नंबर धारक के द्वारा फोन कर मोबाईल में टीम व्यूअर एप्स डाउनलोड कराकर नेट बैंकिंग के माध्यम से 2,04,411/- रूपये की ठगी किया गया है प्रार्थी की रिपोर्ट पर धारा 420 भादवि व 66, 66डी आईटी एक्ट के तहत मामला पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए *पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता* ने आरोपियों की पतासाजी कर गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे। जांच के दौरान प्रार्थी के खाते से ठगी किए गए राशि के बारे में जानकारी निकाली गई जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने आरोपी को पकड़ने थाना विश्रामपुर व जयनगर की संयुक्त पुलिस टीम को झारखंड भेजा।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर के मार्गदर्शन में झारखण्ड पहुंची पुलिस टीम ने नई तकनीक की मदद से मामले के आरोपी मरगोड़ी पंचायत, दासडीह, थाना जाण्डेय, जिला गिरीडीह झारखण्ड निवासी 33 वर्षीय आरोपी जगदीश मण्डल को 28 अगस्त को जामताड़ा झारखण्ड में घेराबंदी कर पकड़ा और उसे गिरफ्तार कर विश्रामपुर लाया गया। पूछताछ पर आरोपी ने बताया कि वर्ष 2013 से ठगी का काम मोबाईल के माध्यम से अपने 1 साथी के साथ मिलकर करता है और नए-नए मोबाईल नंबरों पर फोन कर ठगी करने का प्रयास करने के दौरान दिनांक 18 जुलाई को प्रार्थी के मोबाईल नंबर पर फोन कर बीएसएनएल ब्राड बैंड के संबंध में बताते हुए कम्प्यूटर का जानकार साथी के साथ मिलकर प्रार्थी के मोबाईल में टीम व्यूअर एप्स डाउनलोड कराकर 2 लाख 4 हजार 411 रूपये ट्रांसफर कर ठगी करना स्वीकार किया। पुलिस ने ठगी में इस्तेमाल किए गए मोबाईल को आरोपी की निशानदेही पर जप्त किया है। आरोपी के द्वारा छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य राज्यों के लोगों को भी टीम व्यूअर के जरिए ठगी का शिकार बनाने की जानकारी मिली है जिसके संबंध में अन्य राज्यों की पुलिस को अवगत कराया जा रहा है। मामले में 1 अन्य आरोपी की संलिप्तता पाई गई है जिसकी तलाश में पुलिस टीम लगी हुई है। प्रकरण में ठगी कर पैसा ऑनलाईन विभिन्न खातों में ट्रान्सफर किया गया है जिसके संबंध में तफ्तीश की जा रही है।

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