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बेमेतरा: ग्रीष्मकालीन शिविर विद्यालयों द्वारा उनके छात्रों के समग्र विकास के लिए आयोजित की गयी एक कार्यक्रम है। जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद मिश्रा की जिले के शिक्षकों से स्वैच्छिक रूप से बच्चों के लिए ‘समर कैंप’ आयोजित करने की अपील रंग ला रही है। वार्षिक परीक्षा खत्म होने के साथ ही जिले के शिक्षक अपने-अपने शालाओं में बच्चों के लिए 7 से लेकर 15 दिन की योजना बनाकर स्वैच्छिक रूप से सुबह 08ः00 से 10ः30 बजे तक समर कैंप का आयोजन कर रहे हैं। जिले में लगभग 20 से ज्यादा स्कूल इसे पूर्ण कर चुके हैं। बहुत से स्कूल इसे अभी संचालित कर रहे हैं एवं संचालित करने हेतु योजना निर्माण पर कार्य कर रहे हैं। इस समर कैंप के माध्यम से शिक्षक बच्चों में कल्पना शीलता, आत्मविश्वास, तार्किक सोच, सृजनशीलता, अभिव्यक्ति जैसे कौशल बालगीत, मौखिक भाषा विकास व एकाग्रता विकसित करने वाले खेल, चित्रकारी, कागज व मिट्टी के खिलौने बनाना, कहानी निर्माण, रचनात्मक लेखन जैसे रोचक गतिविधियों के माध्यम से समृद्ध करने का प्रयास कर रहे हैं। बच्चे भी पूरे उमंग व उत्साह के साथ इसे ‘आनंद उत्सव’ के रूप में मनाते हुए अपने भाषाई, गणितीय व अन्य कौशल को समृद्ध कर रहे हैं।
इन-इन गतिविधियों में बच्चे ले रहे रुचि :-
ऽ दर्जनों बालगीत (हिंदी एवं अंग्रेजी भाषी) को हाव-भाव के साथ गाना (एक बुढ़िया ने बोया दाना, पहाड़ी पर पेड़ था, चूहों ! म्याऊँ सो रही है, हमने तीन चीजें देखी, श्यामा की गुड़िया के हाथ नहीं, आहा टमाटर बड़े मजेदार, मम्मी ओपेन द डोर, फाइव लिटिल मंकी...मेरे नौ बतख थे, पानी में तैर रहे थे आदि) ओरिगेमि पेपर से तितली और इस तरह की विभिन्न चीजे बनाना, पुराने न्यूज पेपर से टोपी बनाना, स्वेच्छा से ड्रौइंग-पेंटिंग बनाना एवं उसके संदर्भ में अपने अनुभव 5 से 10 वाक्य में लिखना, कहानी बनाना सिखाना एवं इसकी निरंतरता में बच्चों से एक अलग कहानी बनाना, भाषा एवं गणित के रोचक खेल जैसे - नंबर गेम, नंबर जंप, आलू खाओ पंखा खाओ, शब्द जाल मिट्टी के खिलौने बनाना, उसे रंगना एवं उसकी लेबलिंग करना।
बेमेतरा विकासखंड अंतर्गत शा. प्रा. शाला बसनी (7 दिवसीय),शा. प्रा. शाला निनवा (10 दिवसीय),शा. प्रा. एवं उच्च प्रा. शाला कठौतिया (5 दिवसीय),शा. प्रा. शाला गुनरबोड़, शा. प्रा. शाला मटका, शा. प्रा. शाला हथमुड़ी के शिक्षक‘समर कैंप’आयोजन को पूर्ण कर चुके हैं। जबकि शा. प्रा. शाला नरी (बेमेतरा विकासखंड) शा. प्रा. शाला तेंदुभाठा, शा. प्रा. शाला अतरझोला,शा. प्रा. शाला बीजागोंड (सभी साजा विकासखंड) शा. प्रा. शाला जामगाँव, शा. प्रा. शाला तबलघोर, शा. प्रा. शाला तिवरईया (सभी बेरला विकासखंड) शा. प्रा. शाला तिलकापारा (नवागढ़ विकासखंड) के शिक्षक स्वेच्छिक रूप से चारों विकासखंड में मौजूद अज़ीम प्रेमजी फ़ाउंडेशन के सदस्यों के सहयोग से आयोजित कर रहे हैं।
संकुल समन्वयक सहित जिला और विकासखंड स्तर के शिक्षा विभाग के अधिकारी, डाइट व्याख्याता आदि इसमे शामिल हो रहे और इन समर कैंप में भी सहभागिता कर शिक्षक व बच्चों के कार्यों की सराहना कर रहे हैं। उन्हें उत्साहित करने के साथ-साथ इस आयोजन में अधिक-से-अधिक संख्या में स्वैच्छिक रूप से शामिल होने की शिक्षकों से अपील कर रहे हैं। जिले के डीएमसी श्री नरेंद्र वर्मा जी और विकासखंड स्तर के शिक्षा विभाग के अधिकारी, डाइट व्याख्याता और संकुल समन्वयक भी इस योजना को सफल बनाने में लगे हुए हैं। वे अपने संकुल से इच्छुक शालाओं या शिक्षकों का नामांकन लेकर समर कैंप की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों से उन्हें रु-ब-रु कराने की योजना बना रहे है। जिसके लिए अजीम प्रेमजी फाउंडेशन अकादमिक रूप से इस प्रक्रिया में नामांकित किए गए शिक्षकों के साथ तैयारी मे लगे हुए हैं। इस माह के अंत तक इसी तरह अधिक से अधिक स्कूल इस प्रक्रिया में शामिल होने की योजना बना रहे है।
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