सुसाइडकांड: कंट्रोल रूम में पदस्थ आरक्षक को पुलिस ने किया गिरफ्तार
थाना प्रभारी उमेश साहू ने बताया कि नैला भाटापारा निवासी महिला कांस्टेबल सीमा फर्रे (30) पुत्री मनीराम फर्रे एसपी कार्यालय के सीसीटीएनएस शाखा में पदस्थ थी। वह पुलिस कालोनी निलयम के सरकारी क्वार्टर में अकेले ही रहती थी। मंगलवार 8 मार्च की सुबह पड़ोसियों की नजर खिड़की पर पड़ी तो अंदर सीमा फर्रे फांसी से लटकी हुई थी। पड़ोसियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस पहुंची और शव को नीचे उतरवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पीएम रिपोर्ट में भी फांसी लगाने की वजह से मौत का उल्लेख था। सीमा फर्रे करीब 9 साल से पुलिस में नौकरी कर रही थी। इस दौरान उसकी जान पहचान आरक्षक दुष्यंत पांडेय से हुई। विवेचना के दौरान महिला आरक्षक के मोबाइल की सायबर लैब की मदद से जांच कराई गई जिसमें आरक्षक दुष्यंत पांडेय से उसकी अक्सर बात होती थी। आरक्षक दुष्यंत उससे शादी करने की बात करता था और बाद में मुकर जाता था। दूसरे से शादी करने पर उसकी फोटो -वीडियो वायरल कर देने की धमकी देता था। इसकी वजह से आरक्षक सीमा परेशान रहती थी और उसने आत्म हत्या कर ली। पुलिस ने आरोपित आरक्षक दुष्यंत पांडेय को बुधवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।