छत्तीसगढ़। घने वन और दुर्गम रास्ते के बीच भी लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएं अब पहुंचने लगी है। जच्चे बच्चे की देखभाल की बात हो या अन्य किसी बीमारी के कारण आपात स्थिति की बात हो, अब दंतेवाड़ा जिले में किसी मरीज को अस्पताल पहुंचने में कोई दिक्कत नहीं हो रही है। सुगम स्वास्थ्य योजना में दुर्गम इलाकों में रहने वालों सैकड़ों मरीजों को निजी वाहन सुविधा उपलब्ध कराकर अस्पताल पहुंचाया गया है, इससे इन लोगों को नया जीवन मिला है।
छत्तीसगढ़ सरकार वनांचल क्षेत्रों की स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत कर रही है। अस्पतालों की अधोसंरचना के साथ साथ आधुनिक चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति कर इन क्षेत्र में रहने वाले लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैय्या करा रही है। दंतेवाड़ा जिले में 239 गांव और 143 ग्राम पंचायत हैं। लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए जिला चिकित्सालय, मातृत्व एवं शिशु अस्पताल के साथ साथ 4 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, 13 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हैं। इन गंभीर रूप से बीमार मरीजों को अस्पताल लाने के लिए 44 एम्बुलेंस भी उपलब्ध हैं। जिले की भौगोलिक परिस्थति और दुर्गम क्षेत्रों को देखते हुए गंभीर रूप से बीमार मरीजों को अस्पताल लाने के लिए सुगम स्वास्थ्य योजना शुरू की गई।
दंतेवाड़ा जिले में कई बार यह देखने को मिलता था कि शासकीय एम्बुलेंस इन दुर्गम इलाकों में रास्ते खराब होेेने के कारण सही समय पर नहीं पहुंच पाती थी। इससे गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों को कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ता था ऐसी स्थिति में जिला प्रशासन द्वारा सुुगम स्वास्थ्य योजना में दुर्गम इलाके के गांवों में उपलब्ध निजी वाहनों में मरीजों को अस्पताल तक लाने की सुविधा दी गई। इस सुविधा से 189 गंभीर मरीजों को न केवल समय पर अस्पताल पहुंचाया जा सका है, बल्कि उनके जिन्दगी बचाई जा सकी है।